पूर्णिया में युवाओं की टोली है. यह टोली बड़ा नेक काम कर रही है. देर रात जब हम नींद में रहते हैं तो यह टोली भूख से जगे लोगों की भूख मिटाती है. यह लगातर जारी है. यह टोलीसड़क किनारे, फुटपाथ या रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित तमाम अलग-अलग जगह पर कई लाचार बेबस और सहाय और वृद्धि मानसिक बीमार सहित अन्य कई व्यक्ति को रोजाना खाना देती है. इनका मानना है कि ऐसे लोगों की सहायता के लिए कोई नहीं आता है, ऐसे में कम्युनिटी किचन की शुरुआत की है. इससे समाज के 700 लोग जुड़ें हैं.
युवाओं के इस प्रयास की सभी कर रहे हैं तारीफ
कम्युनिटी किचन पूर्णिया के युवा साथी रविनेश पोद्दार ,कुश कुमार झा, शशि कुमार मिठ्ठू ,रुपेश चौधरी, मनोज कुमार मिश्रा सहित अन्य सभी युवा साथियों ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लोग पिछले 60 दिनों से गरीब लाचार और मानसिक बीमार लोगों को उनके ठिकानों पर जा कर खाना खिलाते हैं .वही युवाओं की टोली ने कहा अब उन लोगों का ट्रायल पूरी तरह सफल हो गया है.
वह लोग कहते हैं कि वह लोग रोजाना 80 से 100 लोगों को खाना उनके ठिकाने पर पहुंचाया करते हैं. साथ ही साथ पूर्णिया के गुलाबबाग, खुश्कीबाग, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, कोर्ट स्टेशन, मधुबनी तमाम अलग-अलग जगह पर युवाओं की टोली रात को जाकर भूखों को भोजन खिलाते हैं.
वहीं युवा साथियों ने बताया कि रोज अलग-अलग मेन्यू के मुताबिक भूखे को भोजन खिलाया जाता है. साथ ही साथ वह लोग कहते हैं कि अब कुछ लाचार और बेबस बच्चों को देखकर उन लोगों को दया आती है. अब उन छोटे-छोटे बच्चों को भी वह लोग भोजन करने की व्यवस्था में लगे हुए हैं.
ये हैं युवाओं की सोच कोई भूखा न सोये अपना
वहीं पूर्णिया कम्युनिटी किचन के मीडिया मनोरंजन कुमार ने बताया कि कम्युनिटी किचन से पूर्णिया में कोई भी लाचार और बेबस लोग भूखा ना सोए इसके लिए कम्युनिटी किचन पूरी तरह जिम्मेदारी उठा चुका है. इसमें कई लोग आपने खास ओकेजन पर खाना देते हैं. जिससे यह किचन लगातार जारी है. आगे भी जारी रहेगा. यह युवाओं का सफल प्रयास है.
खाना देख भूखे लोगों को होती खुशी
वही कम्युनिटी किचन के युवा साथी मनोज कुमार मिश्रा कहते हैं कि कम्युनिटी किचन की गाड़ी को देख लाचार और सहाय और व्यवस्था लोगों की चेहरे पर खुशी आ जाती है. वह लोग खाने को देखकर अपने लिए पानी और जगह की व्यवस्था करने लगते हैं .साथ ही साथ उन लोगों को कम्युनिटी किचन की खान काफी पसंद आती है. खाना खाकर वह लोग खूब तारीफ करते हैं. इस कारण कम्युनिटी किचन के युवाओं को इन प्रयासों में काफी सफलता मिल रही है. जिसका कारण सभी युवा खुश हैं. आगे सब दिन इस कम्युनिटी किचन गरीबों तक भोजन पहुंचा सके. इसके लिए वह लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं.
आम लोगों से युवाओं की अपील कराएं भूखों को भोजन
साथ ही साथ कम्युनिटी किचन के विकाश आदित्य ने बताया कि लोगों से अपील करते हुए कहा कि कम्युनिटी किचन सामूहिक पहल है. इसमें सभी का काफी योगदान है. आप अपने बर्थडे, एनिवर्सरी या अन्य किसी पार्टी के मौके पर आप कम्युनिटी किचन में आकर मदद कर सकते हैं. आपके किए हुए मदद से उन गरीब लाचार और भूखे लोगों को भोजन कराया जाएगा. जिससे उन्हें काफी खुशी होगी. एक दिन के लिए मात्र 2800 रुपया लगेगा.
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