पेट भरने के लिए वैसे तो बिहार का फेमस लिट्टी-घुघनी जब मन करे लोग खा लेते हैं, लेकिन अगर सुबह का समय हो और नाश्ता में लिट्टी के साथ घुघनी मिल जाए, तो दिनभर मिजाज तरोताजा रहता है. इसलिए अगर आप भी हाजीपुर इलाके में हैं और सुबह-सुबह लिट्टी-घुघनी खाने का मन करे तो अनवरपुर चौक पर प्रभुजी की झोपड़ी में चले आएं. यह दुकान भले ही झोपड़ी में है, लेकिन इनकी लिट्टी का स्वाद किसी रेस्टोरेंट से कम नहीं है. पिछले 20 साल से प्रभुजी की दुकान से सात बजते ही लिट्टी और घुघनी की सुगंध आने लगती है.

प्रभुजी लिट्टीवाला दुकान सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक चलती है. यहां प्रतिदिन लगभग 2000 लिट्टी की बिक्री हो जाती है. लिट्टी-चना का स्वाद चखने के लिए लोग दूर-दूर से प्रभुजी की झोपड़ी वाली दुकान में पहुंचते हैं. अगर आप भी हाजीपुर आएं तो प्रभुजी का लिट्टी-चना खाना ना भूलें. यहां एक प्लेट में चना घुघनी, मिर्च और प्याज के साथ चार लिट्टी सजती है. हर वक्त यहां लिट्टी खाने वालों की भीड़ लगी रहती है.
20 रुपए में 4 लिट्टी के साथ खाएं घुघनी
प्रभु जी बताते हैं कि सुबह 6 बजे वह दुकान खोल लेते हैं, जो शाम के 6 बजे तक खुली रहती है. 12 घंटे में लगभग 2000 लिट्टी की बिक्री प्रतिदिन हो जाती है. वह बताते हैं कि 20 साल से यह दुकान वह चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि वह 20 रुपए में 4 लिट्टी और चना का घुघनी खिलाते हैं. उनकी दुकान पर लोग इसलिए आते हैं क्योंकि इनके यहां सस्ते दाम में स्वादिष्ट लिट्टी और चना का घुघनी खाने को मिलता है. यही कारण है कि यहां दिन भर यहां दूर-दूर से लोग खाने आते हैं.