आमतौर पर किसी भी मंदिर में हर दिन पूजा की जाती है. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड के धनोरा गांव में स्थित बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर में साल में से माह ही पूजा होती है.
इलाके में बाबा धनेश्वर नाथ मंदिर बेहद लोकप्रिय है. इस मंदिर की सबसे अलग बात यह है कि यह बागमती नदी के अहातेमें स्थित है. नदी के अहाते में होने के कारण इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग बागमती का जलस्तर बढ़ने पर 6 महीना तक पानी में डूबा रहता है. इस दौरान पूजा-पाठ बंद रहता है.
शिवलिंग को ऊंचे स्थान पर लाने का प्रयास रहा विफल
ग्रामीण कहते हैं कि बाबा धनेश्वर नाथ का मंदिर बेहद प्राचीन है. लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाका होने के कारण बाबा धनेश्वर नाथ की पूजा जलस्तर बढ़ने पर नहीं हो पाती है. बाबा धनेश्वर साल के 6 महीना तक जल शयन करते हैं. मंदिर की देखभाल करने वाले शंकर कुमार सिंह उर्फ दानी बताते हैं कि मंदिर बागमती नदी के अहाते में स्थित है. ग्रामीणों ने कई बार चाहा कि मंदिर से बाबा को मिट्टी खान कर निकाल कर किसी ऊंचे स्थान पर रख दिया जाए, लेकिन इसमें असफल रहे. काफी जद्दोजहद के बाद भी बाबा हिले तक नहीं.
शिवलिंग से 8 फीट ऊपर तक रहता है पानी
शंकर सिंह बताते हैं कि उन्होंने मंदिर की देखभाल के लिए एक नाव रखा है. नांव से ही उस पार जाकर मंदिर का सारा काम करते है. उन्होंने आगे बताया एक मंदिर इससे पहले छोटा भी था, जिसके टूटने के बाद उसी जगह पर फिर से इसे बनाया गया. इस मंदिर तक जाने के लिए केवल मात्र नाव ही विकल्प है. जब कम पानी होता है, तो वहां जाने के लिए ग्रामीण एक चचरी पुल बना लेते हैं. जब बाढ़ का समय होता है, तो शिवलिंग से 8 फीट ऊपर तक बागमती नदी का पानी भरा रहता है.