खेती में तकनीक का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में अधिकतर लोग पुराने दौर की खेती में नए तकनीक का समावेशन कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताएंगे, जिसे अभी के समय में नए तकनीक का इस्तेमाल करते हुए भी कर सकते हैं और इससे तगड़ी पैदावार हासिल कर सकते हैं. यहां बात हो रही है मिश्रित खेती की. मिश्रित खेती में एक साथ कम से कम दो फसल और अधिक से अधिक 4 फसलें लगाई जाता है. ऐसे में इस तकनीक से खेती कर रहे किसानों में ताजा उदाहरण बेगूसराय जिला के परोरा गांव के किसान सुबोध साह हैं. जिन्होंने एक साथ एक बीघा के खेत से चार फसलों का उत्पादन कर रहे हैं. ऐसे में अच्छी आमदनी के साथ-साथ अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने हुए हैं.
यह सुनकर भले ही आपको आश्चर्य लगेगा कि विभाग की जरूरत किसी को कैसे किसान बना सकती है. लेकिन इसका ताजा उदाहरण छौराही प्रखंड के किसान सुबोध साह हैं. सुबोध साह ने केले की बागवानी की शुरू करने को लेकर बताया कि छौराही के बीएचओ को केला की बागवानी के लिए एक किसान की जरूरत थी. ऐसे में बीएचओ ने बताया कि केला की बागवानी के लिए एक किसान चाहिए हीं इसलिए आप हीं एक एकड़ में इसकी बागवानी कर लें. इसके एवज में आपको सरकारी सहायता भी मिलेगी. सुबोध साह ने बताया कि इसके बाद केले की बागवानी शुरू कर दी. वही एक एकड़ केला की खेत में मिश्रित खेती कर एक साथ कई फसलों का उत्पादन कर रहे हैं. वही मिश्रित खेती के जरिए आय में भी बढोतरी हुई है.
एक एकड़ से दो लाख से ज्यादा की हो जाती है आमदनी
किसान सुबोध साह ने बताया एक एकड़ में सालाना 30 हज़ार खर्च कर 2 हज़ार के आस-पास केले का टिशू कल्चर लगाया. इससे सालाना 1.50 की कमाई कर रहे हैं. इसके अलावा इसी खेत में ओल, बैगन और फूलगोभी का भी उत्पादन मिश्रित खेती तकनीक से कर लेते हैं. इससे भी 50 हजार से अधिक की कमाई कर लेते हैं. एक एकड़ खेत से कमाई की बात करें तो मिश्रित खेती कर सुबोध साह हर साल 2 लाख से अधिक की आमदनी प्राप्त कर रहे हैं.