बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में बाघ के हमले में एक शख्स की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीणों में खौफ का माहौल है। उन्होंने बाघ के आदमखोर हो जाने की आशंका जताई है। हालांकि वन विभाग ने बाघ के हमले से शख्स की जान जाने की बात से इनकार किया है। ग्रामीणों का कहना है कि 10 दिन पहले भी इसी गांव से एक महिला को बाघ ने मार डाला था।
ये मामला वीटीआर के हरनाटाड वनक्षेत्र में स्थित बरवा गांव के सरेह का है। ग्रामीण रामप्रसाद उरांव सोहनी कर रहे थे, तभी बुधवार सुबह 11 बजे एक बाघ उन्हें खेत से खींचकर ले गया। ग्रामीणों ने शोर मचाया तो बाघ उन्हें वहीं छोड़कर भाग गया। हालांकि तब तक रामप्रसाद की मौत हो चुकी थी। उनकी उम्र 60 साल थी।
वन विभाग का बाघ के आदमखोर होने से इनकार
बाघ के इस हमले से वीटीआर के दर्जनों गावों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि 10 दिन पहले भी बरवा गांव में एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया था, जिससे उसकी जान चली गई थी। उनका मानना है कि वीटीआर का एक टाइगर आदमखोर हो गया है।
सूचना मिलने पर बुधवार को वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। हालांकि विभाग ने बाघ के आदमखोर होने से इनकार किया है और कहा कि टाइगर ने अब तक किसी शव को नहीं खाया है।