पटना: अगर आप वैष्णो देवी जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है, अब आप वैष्णों देवी जाएंगे तो आपको सफर में होने वाली थकान और दर्द से मुक्ति मिल सकेगी. दरअसल, वैष्णों देवी दर्शन के लिए पालकी का इस्तेमाल किया जाना है.
श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आने वाले बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालुओं को अब यात्रा के दौरान न थकावट होगी और न ही शरीर में दर्द. उन्हें पालकी के झटके भी नहीं सहने पड़ेंगे. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष पालकी तैयार करवाई है, जो पूरी तरह आरामदायक व सुविधा संपन्न है. फिलहाल, 10 पालकी का ट्रायल जारी है, जो सफल भी हो रहा है.
नई पालकी बैठने में बेहद आरामदायक है. श्रद्धालु अपने साथ छोटा बैग, पानी की बोतल, लैपटॉप आदि सामग्री भी रख सकते हैं. पुरानी लोहे की पालकी के मुकाबले स्टेनलेस स्टील से बनी नई पालकी का वजन आधा है. पुरानी पालकी का वजन 70 किलो से अधिक था, जबकि नई पालकी का वजन मात्र 30 से 40 किलो है.
पालकी हल्की होने से अब 150 किलो वजन के श्रद्धालु भी आराम से भवन तक पहुंच पाएंगे. पालकी की बनावट ऐसी है कि श्रद्धालुओं को झटके नहीं लगेंगे. पुरानी पालकी चार से पांच साल तक ही चलती थी. नई पालकी दस से पंद्रह साल तक चलेगी. पुरानी पालकी को तैयार करने में 10 से 12 हजार रुपये का खर्च आता था. नई पालकी 18 से 20 हजार रुपये में तैयार होगी.
वैष्णों देवी जाने के लिए 10 नई स्पेशल ट्रेन भी शुरू की गई
समर स्पेशल ट्रेनों का रूट जम्मूतवी से बढ़ाकर कटड़ा तक कर दिया है. इन गाडियों के लिए ऑनलाइन व रेलवे विंडो से बुकिंग शुरू हो गई है. देशभर से आने वाली यह समर स्पेशल रेलगाडियां पंजाब के कई हिस्सों से होकर गुजरेंगी.