ज्ञान प्राप्ति की हजारों वर्षों से तपोस्थली रहा विंध्याचल धाम एक जागृत पीठ है। मां विंध्यवासिनी का सिद्ध पीठ अपनी दस अन्य शक्तियों के साथ यहाँ स्थित है जिसे दस महाविद्या का प्रधान केंद्र माना जाता है। एक खास बात यहाँ की ये है कि यहाँ पर वैदिक व वाम मार्गी दोनों पद्धतियों से पूजा की जाती है।
आज से विंध्याचल का नवरात्र मेला शुरू होने के साथ ही मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु लग गया है। मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने भी अपनी तरफ से सुरक्षा व्यवस्था का विशेष प्रबंध किया है