विश्व में सबसे लंबी नदी यात्रा पर निकले गंगा विलास क्रूज मंगलवार को विदेशी पर्यटक को लेकर पटना के गायघाट स्थित भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की बंदरगाह से रवाना हुआ।पटना भ्रमण करने के बाद बंदरगाह पर लौटे विदेशी पर्यटकों को एक छोटे जहाज राजगुरु पर सवार कर गंगा के बीच में खड़े गंगा विलास जहाज पर पहुंचाया गया। विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गंगा में एसडीआरएफ गश्त बढ़ी रही। अनुमंडल प्रशासन के साथ-साथ पुलिस कर्मियों का दल भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सक्रिय रहा।
जहाज पर सवार होने के दौरान विदेशी पर्यटकों ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि बिहार से ढेर सारी अच्छी यादें और लोगों का ढेर सारा प्यार लेकर आगे के सफर पर रवाना हो रहे हैं। गायघाट बंदरगाह पर मौजूद आईडब्ल्यूएआई के निदेशक केएल रजक ने बताया कि इस जहाज का अगला पड़ाव सिमरिया, मुंगेर से भागलपुर होते हुए गंगा के रास्ते बांग्लादेश पहुंचेगा। वहां से अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग के नियमों का पालन करते हुए यह क्रूज राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या 2 से ब्रह्मपुत्र के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ के लिए रवाना होगा।
20 जनवरी को मुंगेर पहुंचेगा क्रूज
मालूम हो कि गंगा विलास क्रूज नदी में 3200 किलोमीटर की लंबी यात्रा करेगा। इस क्रूज पर जर्मनी और स्विट्जरलैंड के लगभग 30 सैलानी सवार हैं, जो गंगा विलास क्रूज से भारत की यात्रा कर रहे हैं। इस जहाज ने अपनी शुरुआत बनारस से की और 51 दिनों की यात्रा के बाद यह असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगी। यह क्रूज बनारस से चलने के बाद गाजीपुर और फिर सीधे बिहार के बक्सर पहुंचा। इसके बाद छपरा जिला के डेरीगंज होते हुए पटना पहुंचा। 20 जनवरी यानी शुक्रवार की सुबह यह क्रूज मुंगेर के बबुआ घाट पहुंचेगी।