वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से भटक कर नवका टोला स्थित पंकज उरांव के घर में घुसे बाघ का वन विभाग ने रेस्क्यू कर लिया है. खास बात यह है कि अब उसे पटना के चिड़ियाघर के लिए रवाना किया जा चुका है.

वन विभाग के मुताबिक, जंगल से भटक कर घर में घुसे बाघ को अब वीटीआर में रखना सुरक्षित नहीं है, इसलिए अब उसे पटना के चिड़ियाघर में रखने के लिए भेजा जा चुका है. गौर करने वाली बात यह है कि बाघ ने घर की एक महिला पर हमला भी किया, जिसमें महिला बाल-बाल बच गई.
पटना जू में पनाह
वन विभाग के अनुसार, बाघ को लेकर टीम पटना के लिए रवाना हो चुकी है. अब बाघ को पटना जू में रखा जाएगा. वन विभाग के 60 लोगों की टीम ने मिल कर बाघ का रेस्क्यू किया है. जिस घर में बाघ छिपा हुआ था, वहां रहनेवाली एक महिला पर उसने हमला करने की कोशिश भी की थी. राहत की बात यह है कि महिला बाल-बाल बच गई. हालांकि बाघ का रेस्क्यू हो जाने के बाद भी स्थानीय लोगों में खौफ बरकरार है.
ट्रेंकुलाइज का इस्तेमाल
डीएफओ प्रद्युम्न गौरव के अनुसार, वन विभाग के 60 लोगों की टीम ने काफी मशक्कत के बाद बाघ का रेस्क्यू किया. जिस घर में बाघ छिपा था, उसे चारों तरफ से घेर लिया गया था. कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए वन विभाग की टीम किसी को भी घर के आसपास जाने नहीं दे रही थी. स्ट्रेटजी बनाकर बाघ का रेस्क्यू शुरू किया गया. अंततः ट्रेंकुलाइज कर बेहोश करने के बाद ही उसे कब्जे में लिया गया. गनीमत इस बात की है कि इस दौरान कोई भी शख्स हताहत नहीं हुआ