पटना: जयनगर-वर्दीवास (नेपाल) रेलखंड पर नहीं दौड़ेगी सुपर फास्ट ट्रेन। चार महीने बाद दिसंबर में दोनों देशों के बीच 10 कोच
वाली नई डीएमयू ट्रेन की परिचालन शुरू होगी। जब तक नेपाल रेल परिचालन से संबंधित उपकरण व संसाधन से सक्षम नहीं
हो जाते तब तक भारत सरकार की रेल उपक्रम दोनों देशों के बीच रेल परिचालन करेगी। जिसका भरपाई नेपाल करेगी।
काठमांडू में आयोजित दोनों देशों के रेलवे के वरीय अधिकारियों के बीच हुई बैठक में ये निर्णय लिया गया है। टिकट काउंटर से
आने वाली राशि नेपाल रेलवे रखेगी। जयनगर स्थित नेपाली स्टेशन के अलावा नेपाली क्षेत्र स्थित सभी स्टेशन एवं हाल्ट पर
बिकने वाली रेल टिकट की सारी राशि नेपाल रेलवे अपने पास रखेगी। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था(नेपाल) 34 किमी
रेलखंड पर रेल परिचालन शुरू होगी। जिसके 5 स्टेशन एवं 9 हाल्ट है।
नेपाल के कर्मियों को भारत सरकार देगी ट्रेन चलाने का प्रशिक्षण
भारत सरकार के दो रेल उपक्रम राइट्स व कोंकण रेल में कोई एक रेल उपक्रम इन रेलखंड पर रेल की परिचालन करेगी।
नेपाल के कर्मियों को रेल परिचालन से लेकर रख रखाव का भी ट्रेनिंग देंगे। नेपाली कर्मी जब पूरी तरह से प्रशिक्षित हो जाएंगे
और नेपाल इस मामले में सक्षम हो जाएंगे तो नेपाल सरकार रेल को पूर्व की तरह एक निश्चित समय के लिए लीज पर ले
लेंगे या रेल को खरीद लेंगे। तब नेपाल सरकार की रेल मंत्रालय अपने स्तर से ट्रेन की परिचालन करेगी। जयनगर-वर्दीवास
रेलखंड को और डेवलपमेंट पर विचार करेगी।
अक्टूबर में काम होगा पूरा, फिर चलेगी मालगाड़ी
अक्टूबर में ट्रेन की परिचालन शुरू नहीं होकर अब दिसंबर में दोनों देशों के बीच रेल सेवा शुरू होगी। इरकॉन के अधिकारियों ने
बताया कि अक्टूबर में निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद कुछ दिनों तक जयनगर-जनकपुर रेलखंड पर ट्रायल के रूप में
15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मालगाड़ी चलेगी। सीआरएस के द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद दिसंबर से विधिवत रूप से
यात्री ट्रेन डीएमयू के सेवा बहाल की जाएगी।
जयनगर-वर्दीवास रेल खंड पर चलेगी डीएमयू
जयनगर-वर्दीवास रेलखंड पर 10 कोच वाली डीएमयू ट्रेन की परिचालन होगी। जब तक नेपाल रेल परिचालन से संबंधित
उपकरण व संसाधन से सक्षम नहीं होते हैं। तब तक भारत सरकार ट्रेन की परिचालन करने के साथ साथ नेपाली कर्मी को इस
संबंध में ट्रेनिंग भी देंगे। रवि सहाय, जीएम, इरकॉन
Source: Live Bihar