चंद्रपुरा-धनबाद रेल लाइन के बंद होने के बाद कई ट्रेने रद्द हो चुकी हैं. रेलवे बोर्ड इनमें से चार महत्वपूर्ण ट्रेनों को जल्द से जल्द वैकल्पिक मार्गों से चलवाने पर विचार कर रहा है.
वैकल्पिक मार्ग धनबाद-कुसुंडा और जमुनियाटांड-महुदा होंगे. इन मार्गों पर कुछ पैसेंजर ट्रेनें भी चलायी जा सकती हैं.
डायरेक्टर जेनरल (माइंस एंड सेफ्टी) ने इन वैकल्पिक मार्गों पर ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है. इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भी भेजा जा चुका है, जिसे दो-तीन दिनों में स्वीकृति मिलने की उम्मीद है. स्वीकृति मिलने के बाद संबंधित जोन को इसकी सूचना भेज दी जायेगी. संभवत: अगले सप्ताह तक ट्रेनों के परिचालन की घोषणा कर दी जायेगी.
इन चार महत्वपूर्ण ट्रेनों को चलाने पर हो रहा विचार : रेलवे बोर्ड मालदा-सूरत साप्ताहिक एक्सप्रेस को आद्रा-जमुनियाटांड-बोकारो होते हुए रांची तक चलाने पर विचार कर रहा है. इसके अलावा भुवनेश्वर-गरीबरथ एक्सप्रेस को बोकारो तक चलाया जा सकता है. इसका रखरखाव बोकारो में ही होगा. यह ट्रेन बोकारो से ही वाया रांची होते हुए अपने पुराने मार्ग पर निर्धारित समय के अनुसार चलेगी. तीसरी ट्रेन रांची-कामख्या एक्सप्रेस ट्रेन है.
इसे एक दिन रांची तक व एक दिन धनबाद तक चलाया जा सकता है. वहीं, रांची-हावड़ा इंटरसिटी वाया धनबाद को बोकारो-आद्रा-मिदनापुर होते हुए हावड़ा तक चलाया जायेगा. इसके अलावा कुछ पैसेंजर ट्रेनों को भी चलाया जा सकता है, ताकि छोटे-छोटे स्टेशनों के यात्रियों को इसका फायदा मिल सके. इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे व दक्षिण पूर्व रेलवे की अोर से सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
फिलहाल रांची-जयनगर सहित अन्य ट्रेनों पर विचार नहीं
रेलवे की ओर से रांची-जयनगर एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों के परिचालन पर फिलहाल कोई विचार नहीं किया गया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों रांची से जयनगर के बीच बंद हुई रेल सेवा को दोबारा शुरू करने को लेकर आंदोलन किया गया था. रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष तक को पत्र लिखकर ट्रेन चलाने की मांग की गयी थी. वहीं, यात्री समिति के सदस्यों को ज्ञापन भी दिया गया था. समिति ने आश्वासन दिया था कि वह इस समस्या से रेल मंत्री को अवगत करायेंगे.
ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन में अतिरिक्त सतर्कता बरती जाये
पूर्व-मध्य रेल के सभी मंडलों के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त/मंडल सुरक्षा आयुक्त का सम्मेलन शुक्रवार को मुख्यालय परिसर में हुआ. अध्यक्षता पूर्व-मध्य रेल के महानिरीक्षक सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त रवींद्र वर्मा ने की. सम्मेलन में ट्रेनों में यात्री सुरक्षा, रेल संपत्ति सुरक्षा, महिला यात्री की सुरक्षा इत्यादि विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी. सम्मेलन को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक डीके गायेन ने कहा कि इस क्षेत्रीय रेल के कुछ हिस्से नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाये.
श्री गायेन ने रेलवे सुरक्षा बल को धनबाद मंडल में कोयला परिवहन में आवश्यक चौकसी बरतने का निर्देश दिया. उन्होंने राज्य पुलिस के साथ बेहतर तालमेल बनाने व रेलवे के अंतर्विभागीय समन्वय पर भी विशेष बल दिया. महानिरीक्षक सह मुख्य सुरक्षा आयुक्त रवींद्र वर्मा ने कहा कि सभी वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त/मंडल सुरक्षा आयुक्त अपने क्षेत्रधिकार के आउट पोस्ट से समन्वय स्थापित करते हुए निरंतर निगरानी बनाये रखें.