बिहार और गुजरात के टॉपर अलग-अलग वजहों से ख़बरों में हैं। लेकिन एक बात कॉमन है। दोनों ही अगली कक्षा में नहीं पहुंचेंगे।
बिहार के आर्ट्स टॉपर को पुलिस पकड़ ले गई। वहीं गुजरात बोर्ड के टॉपर 99.99% लाने के बाद मुनि बन गए। गुजरात के वर्शिल ने बारहवीं में 99.99 प्रतिशत नंबर लाकर टॉप किया था। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गुजरात का यह टॉपर इंजीनियरिंग या मेडिकल के कॉलेज चुनने के बजाए जैन भिक्षु बनने की तैयारी कर रहा है।
गुजरात के सत्रह साल के वर्शिल ने दो हफ्ते पहले आए बारहवीं के परिणाम में सामान्य वर्ग में टॉप किया था, लेकिन उन्होंने आश्चर्यजनक फैसले के तहत अपनी आगे की जिंदगी जैन भिक्षु के रूप में बिताने का निश्चय किया है। वर्शिल के पिता एक सरकारी कर्मचारी हैं और वर्शिल के इस फैसले के साथ हैं।
वर्शिल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘हालांकि मैंने बारहवीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, लेकिन मेरा उद्देश्य बाकी लोगों की तरह भौतिक सुख के पीछे भागना नहीं है।