बिक्रमगंज अनुमंडल के शिवपुर पंचायत में रामहित टोला पर रात के अंधेरे में प्रशासन का ओडीएफ निगरानी दस्ता निकला हुआ था। इस दौरान 70 साल के वृद्ध सुरेंद्र यादव को टीम ने खुले में शौच करते पकड़ा।
वृद्ध ने अपनी गलती भी मान ली लेकिन फिर भी टीम ने वृद्ध से 25 उठक बैठक लगवाईं। वह अपने घुटनों में दर्द होने की दुहाई देकर माफ कर देने के लिए गिड़गिड़ाता रहा फिर भी निगरानी दस्ता दंड देने से पीछे नहीं हटा।
इस दौरान हर बार उठक-बैठने के दौरान प्रार्थना करता रहा कि छोड़ दिया जाए। लेकिन अधिकारियों के दिल नहीं पसीजे। हालांकि कई लोग पकड़े गए लेकिन किसी को ऐसी सजा नहीं मिली।
वृद्ध के पास एक टूटी छत भी नहीं, कहां से बनाए शौचालय
प्रशासन के हाथों पकड़े गए सुरेंद्र यादव की आर्थिक स्थिति उन्होंने खुद प्रशासन के सामने रो-रोकर बयां की। बताया कि मेरे पास रहने को घर नहीं है। फिर बारह हजार रुपए कहा से लाकर शौचालय बनाऊं।
मैं ईंट के एक कमरे और एक झोपड़ी में अपने पूरे परिवार के साथ बसर कर रहा हूं। झोपड़ी के ऊपर फुस डालने के लिए प्रतिवर्ष दूसरे लोगों से कुछ ना कुछ मांगना पड़ता है।
जिसके जवाब में बिक्रमगंज बीडीओ शशिकांत शर्मा सुरेंद्र यादव को शौचालय का फाॅर्म भरने की सलाह दी। परंतु पेच वहीं आ फंसता है कि पहले बारह हजार रुपए लगाओ। बाद में प्रशासन राशि का भुगतान करेगा।