वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना (वीटीआर) के जंगल में बाघों की संख्या 40 पार हो गई है। कैमरे में तस्वीरों को देख वन विभाग के अधिकारी अति उत्साहित हैं।
वाल्मीकि नगर, मदनपुर, गोनौली, हरनाटांड, चिउटांहा, गोवर्धना, रघिया एवं मंगुराहां वन क्षेत्रों में 450 कैमरे ट्रैप बाघों की तस्वीर लेने के लिए लगाए गए थे।
कैमरा ट्रैप की मेमोरी नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को भेजी गई है। कैमरे में कैद तस्वीरें जांच के लिए भेजी गईं, वन विभाग के अधिकारी उत्साहित। तस्वीरों की जांच फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया देहरादून में होगी।
2014 में थे 28 बाघ। बाघों की गिनती चार वर्षो के बाद की जाती है। लगभग 800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस व्याघ्र परियोजना क्षेत्र में कई मादा बाघ की तस्वीर बच्चों के साथ भ्रमण करते हुए कैमरा ट्रैप में है।