Patna: बिहार में अनलॉक-6 में मंदिरों को खोलने की इजाजत मिल गई है. ऐसे में अब यह कहा जा रहा है कि दूर्जा पूजा होगा. पंडालों में माता रानी विराजेगी. आपको बता दें कि पिछले साल यानी की साल 2020 में दूर्गा पूजा का आयोजन नहीं हुआ था उस समय भारत समेत पूरे विश्व पर कोरोना का संकट था. अब जब कोरोना के मामलों में कमी आई है तो एक बार फिर से मंदिरों को खोलने की बात कही गई है साथ ही साथ दुर्गा पूजा के आयोजन की बात कही गई है.
आपको बता दें कि बिहार में दुर्गा पूजा बहुत ही धूम–धाम के साथ मनाया जाता है. इस बार पंडालों में माता की प्रतिमाएं स्थापित हो सकेंगी. कोरोना का खतरा कम होने के बाद बिहार सरकार ने धार्मिक आयोजनों की अनुमति दे दी है। हालांकि इसके लिए प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी होगी.
आपको बता दें कि राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में दुर्गापूजा का आयोजन बड़े ही धूम–धाम के साथ होता है. इस दौरान भव्य पंडाल और दिव्य मूर्तियों की स्थापना की जाती है. राजधानी पटना के अलावा भी अन्य जिलों के लोग भी यहां दुर्गापूजा में पहुंचते रहे हैं. आपको बता दें कि पिछले साल कोरोना महामारी के कारण आयोजन पर रोक लगा दी गई थी. इस दौरान पटना ही नहीं राज्य में कहीं भी दुर्गापुजा का भव्य आयोजन नहीं हो सका था. कोरोना महामारी के कारण पिछले वर्ष आयोजन पर रोक लग गई थी.
इस कारण पटना ही नहीं राज्य में कहीं भी दुर्गापूजा का भव्य आयोजन नहीं हो सका. बस परंपरागत तरीके से पूजा–पाठ की अनुमति दी गई थी. इससे लोगों में मायूसी थी. इस वर्ष कोरोना ने भारी तबाही मचाई. अप्रैल से जून महीने तक कोरोना की वजह से हजारों लोगों की जान गई. लेकिन सरकार की तत्परता, कोरोना वैक्सीन और लोगों की सावधानी से अब कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं.
ऐसे में अब कहा जा रहा है कि इस बार पंडाल लगाने के लिए लाइसेंस लेने में आयोजकों को मुश्किल नहीं होगी, बिजली कनेक्शन की भी पहले जैसी ही व्यवस्था मिलेगी. लेकिन आयोजकों की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी. पटना जिला प्रशासन ने उन्हें पंडाल लगाने की अनुमति तो दे दी है. इसके साथ ही कोरोना गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करवाने का भी निर्देश दिया गया है. पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ने कहा है कि कोरोना की आशंका के कारण सरकरा के स्तर से तो व्यवस्था रहेगी ही लेकिन आयोजको को अपने वॉलिटिंयर के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैनिंग और सैनेटाइजर की व्यवस्था करनी होगी. लाइसेंस लने के बावजूद ऐसा नहीं करते पाए गए तो कड़ी कार्रवाई होगी.
सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन में यह साफ साफ कहा गया है कि पंडाल निर्माण और कलश स्थापना से लेकर प्रतिमा निर्माण और दर्शन के दौरान कोविड प्रबंधन की शर्त का अनुपालन करना होगा. मास्क और सैनिटाइजर और उचित दूरी का पालन जन सुरक्षा के लिए जरूरी है. पंडाल में ऐसे कार्टून का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा, जिससे किसी की भावना आहत हो.