पटना: लगातार बिहार बंद से कहीं न कहीं छात्रों का भविष्य ख़राब हो रहा है. वैसे ही हम एक गरीब राज्य में हैं और वहां साल में आठ दस बंद से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. बंद संगठनों को एक बार जरुर सोचना चाहिए क्योंकि उनके बच्चे भी स्कूल जाते है. बता दें कि गुरुवार को बिहार बंद को देखते हुए पटना के ज्यादातर स्कूल नहीं खुलेंगे.
स्कूल प्रशासन ने स्वत: ही अपने स्कूल को बंद रखने का निर्णय लिया है. सेंट माइकल, नोट्रेडम एकेडमी, सेंट जोसेफ कॉन्वेंट, डॉन बॉस्को, कृष्णा निकेतन, डीएवी, व बॉल्डिवन एकेडमी सहित अन्य स्कूल बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर गुरुवार को स्कूल बंद रखेंगे. बंद को लेकर बंद समर्थकों द्वारा वाहनों के परिचालन को भी बाधित किया जाता है, जिसके कारण आने-जाने में समस्या उत्पन्न होती है.
बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि गुरुवार को मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड और सूबे में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर कल यानी गुरुवार को वामपंथी दलों ने बिहार बंद का आह्वान किया है.
वामपंथी दलों के बिहार बंद के समर्थन में राजद भी सामने आ गयी है. राजद व कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों ने बंद को समर्थन देने का एलान किया है.
Source: DBN News