पटना: स्नैक्स बच्चों में सबसे पसंदीदा होते हैं. लेकिन कोई स्नैक्स बेचकर करोड़पति बन जाए, ये सुनकर थोड़ी हैरानी तो होती है. ये सच है. 48 साल के इस शख्स ने चिप्स का कारोबार शुरू कर 3000 करोड़ की कंपनी खड़ी कर ली. ये कहानी है प्रताप स्नैक्स के मालिक अमित कुमत की. कुमत ने अमेरिका से साइंस में मास्टर डिग्री ली. खास बात ये है कि आज ये कंपनी लेज चिप्स बनाने की कंपनी को टक्कर दे रही है.
जब वह अपने गृह नगर इंदौर वापस लौटे तो उन्हें नौकरी ढूंढने में काफी मुश्किलेें आईं. मनमाफिक नौकरी नहीं मिली. परेशान होकर उन्होंने अपने पापा के कपड़े के कारोबार में हाथ बंटाना शुरू किया.
उनका कपड़ों का बिज़नेस अच्छा चलने लगा. फिर उन्होंने कई और बिज़नेस शुरू किए जैसे- SAP ट्रेनिंग देना, केमिकल डाई का बिज़नेस. वेबसाइट बनाने का बिज़नेस. वर्ष 1999 के बाद कुछ ऐसा हुआ कि अमित के सारे बिज़नेस घाटे में चले गए. उन पर 18 करोड़ का कर्ज चढ़ गया. ये ऐसे दिन थे जब अमित के पास बस में सफर के पैसे भी नहीं होते थे.
अमित की जिंदगी में उजाला बनकर आया उनके बड़े भाई का दोस्त (अपूर्व कुमत), जिससे उन्होंने स्नैक्स बिज़नेस में 15 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहा. फिर उन्होंने एक और फैमिली फ्रेंड को बिज़नेस पार्टनर बनाया. तीन लोगों की इस कंपनी ने सबसे पहले इंदौर में चिप्स मेकिंग की एक यूनिट लगाई. कुछ जगहों पर तो कंपनी ने प्रतिद्वंद्वी कंपनी फ्रिटो (जो लेज बनाती है) को कड़ी टक्कर दी.
2006-07 में शुरू किया चुलबुले बनाना: कुरकुरे को टक्कर देने के लिए अमित की कंपनी येलो डायमंड ने चुलबुले को लॉन्च किया. 2009 में येलो डायमंड की कामयाबी को देखते हुए एक ग्लोबल वेंचर कंपनी ने उनकी कंपनी में निवेश किया. इससे उन्होंने नई मशीनें खरीदकर पोटैटो चिप्स और नमकीन बनाना शुरू कर दी. जहां पहले इस कंपनी में केवल तीन लोग काम करते थे. आज वहां 750 लोग पूर्ण कर्मचारी हैं. वहीं करीब 3,000 लोग इनडायरेक्टली काम करते हैं. येलो डायमंड अब अपना एक प्लांट बांग्लादेश में खोलने का प्लान कर रही है.
येलो डायमंड IPO लाकर पूंजी बाजार से 482 करोड़ रुपए भी जुटा चुकी है. एनएसई पर पहली बार प्रताप स्नैक्स का शेयर 33 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ था. बीएसई पर प्रताप स्नैक्स का शेयर 1270 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ था. लिस्टिंग के लिए प्रताप स्नैक्स का इश्यू प्राइस 938 रुपये प्रति शेयर तय किया गया. कुमत का कहना है कि अगले दो सालों में उनकी कंपनी का मार्केट 6500 करोड़ का हो जाएगा.