पटना: दरभंगा रेलवे स्टेशन पर 105 साल पुराना भाप इंजन सज धज कर तैयार हो गया है। अब इसकी खुबसुरती देखते ही बनती है। इसे देखने से लगता है मानो अभी अभी फैक्ट्री से बनकर निकली है। उधर दरभंगा रेल स्टेशन पर आने जाने वाले यात्रियों का ध्यान बरबस इस ओर अपने आप चला जा रहा है। एक तरह से कहा जाए तो रेल यात्रियों के लिए यह सेल्फी जोन बन गया है। एक रेल यात्री ने लाइव बिहार को बताया कि इस देखकर हमारा स्वर्णिम इतिहास हमें याद आता है। रेलवे ने इस भाप इंजन को यहां पर लगाकर हमलोगों पर उपकार किया है।
दरभंगा रेलवे स्टेशन पर लगा इंग्लैंड में बना ऐतिहासिक भाप इंजन, 105 साल पुराना है इतिहास : दरभंगा रेलवे स्टेशन परसिर में ऐतिहासिक भाप इंजन को शानो शौकत के साथ लगा दिया गया है। स्टेशन परिसर में इस रेल इंजन को जैसे ही लाया गया वैसे ही लोगों के बीच गजब का उत्साह देखा गया। लोग अपने अपने मोबाइल से इस ऐतिहासिक पल को कैद करने के साथ-साथ सेल्फी ले रहे थे। साथ ही कह रहे थे कि अग पटना, मुजफ्पुरपुर, समस्तिपुर के बाद दरभंगा रेलवे स्टेशन में भी इस पुराने भाप इंजन से चार चांद लगेगा।
जानकारी अनुसार इंग्लैंड में 1913 में निर्मित रेल इंजन को आज दरभंगा रेलवे स्टेशन के सामने लगाया गया। जल्द ही सका नवीनीकरण किया जायेगा। ऐसा माना जाता है कि एक चीनी मिल में माल ढुलाई के काम के लिए सर्वप्रथम इस भाप इंजन को लाया गया था। छोटी लाइन पर चलने वाला इंजन लोहाट शुगर मिल पर जीर्ण-शीर्ण स्थिति में पड़ा हुआ था। इसका स्वामित्व बिहार गन्ना उद्योग विभाग के पास था। 253 नंबर वाले इस इंजन को कल रात स्टेशन परिसर में ले आया गया।
समस्तीपुर खण्ड के डीआरएम आरके जैन ने बताया कि यह इंग्लैंड में निर्मित भाप इंजन है, जो एक चीनी मिल पर बहुत जीर्ण स्थिति में पड़ा हुआ था। कुछ विरासत कार्यकर्ताओं के अभियान के बाद हमने बिहार सरकार से इंजन को यहां लाने का आग्रह किया था। जिसने हमें इस बात की इजाजत दे दी। राज्य मंत्रिमंडल ने इस साल मार्च में इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दी थी। बताते चले कि भारतीय रेल की इतिहास में दरभंगा और दरभंगा राज परिवार का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है। कहा जाता है कि देश में पहली बार जनरल बोगी के डिब्बे मे शौचालय की व्यवस्था तिरहुत रेलवे ने की थी। यह वह दौर था जब भारत में बहुत कम स्थानों पर रेलवे की सुविधा बहाल थी।
Source: Live Bihar