भागलपुर में 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा ने बिजली व्यवस्था की पोल खोल दी। जिले के अकबरनगर थाना में शुक्रवार और शनिवार की रात आई आंधी और बारिश के बाद बिजली आपूर्ति चरमरा गई। आम दिनों में भी बिजली गुल होते ही पूरा थाना परिसर अंधेरे में डूब जाता है।
शनिवार को पुलिस ने मोबाइल फोन की रोशनी में फरियाद सुनी और आवेदन लेकर सुबह आने की बात कही। वहीं, एक एसआइ मोबाइल फोन की रौशनी से एफआइआर लिख रहा था। सबसे बड़ी बात यह है कि दो दिन पूर्व जिले के नए एएसपी अपराजित लोहान निरीक्षण करने अकबरनगर पहुंचे थे। उस समय थाने की व्यवस्था है चाक-चौबंद थी, मगर बिजली व्यवस्था को लेकर किसी ने बात नहीं की।
उनका दौरा दिन में था। यदि वह रात के समय आए होते तो शायद इनवर्टर भी लग गया होता। पुलिस ने बताया कि थाने में कुछ वर्ष पूर्व जेनरेटर दिया गया है, लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं किया गया है। इसके कारण बिजली जाने के बाद अंधेरा छाया रहता है।
थाना प्रभारी के कार्यालय से लेकर स्टाफ रूम तक अंधेरा छा जाता है। और तो और, यदि कोई पीड़ित आ जाए तो उसकी रिपोर्ट या तो मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाकर लिखी जाती या फिर कार्यालय से बाहर लिखी जाती है। अकबरनगर थाना में सौर ऊर्जा की व्यवस्था है, जो केवल 16 सीसीटीवी कैमरे को संचालित करती है।
थाने में एक इनवर्टर तक नहीं है। विभाग से एक जेनरेटर दिया गया है, लेकिन अब तक कनेक्शन नहीं होने से थाना में वह शोपीस बना हुआ है। बिजली चली जाए तो पूरा थाना अंधकार में डूब जाता है। इस दौरान कई थाना प्रभारी आए और कई चले गए पर किसी ने थाने में इनवर्टर लगाने की जहमत नहीं उठाई। बिजली नहीं रहने से पुलिसकर्मियों को भीषण गर्मी में पेयजल के साथ-साथ पंखे नहीं चलने से समस्या उत्पन्न होती है।