थाईलैंड के राजा अदुल्यादेज भूमिबोल का शाही अंतिम संस्कार किया गया। उनकी मौत पिछले साल 13 अक्टूबर को हुई थी। एक साल से उनका शव रखा हुआ था। राजमहल से पार्थिव शरीर को सोने के रथ ग्रेट विक्ट्री से श्मशान घाट लाया गया।
राजभवन से श्मशान की दूरी दो किलोमीटर है और इसे तय करने में तीन घंटे का समय लगा। अंतिम संस्कार के लिए 185 फीट ऊंचा श्मशान बनाया गया था। राजा के अंतिम संस्कार के लिए 582 करोड़ रुपए खर्च किये गए। दुनिया में अब तक का सबसे महंगा अंतिम संस्कार माना जा रहा है।
महल में एक साल से राजा का पार्थिव शरीर यथारूप रखा हुआ था। एक साल बाद अंतिम संस्कार किया गया। सबसे पहले पार्थिव शरीर को महल से बाहर लाया गया। महल से बाहर आने पर शव को तोपों से सलामी दी गई। इस दौरान सेना और शाही परिवार के लोगों ने काली ड्रेस पहन रखी थी।
राजा भूमिबेल की अंतिम संस्कार की तैयारी पिछले एक साल से चल रही थी। इसके लिए एक शाही चिता बनाई गई थी, जो स्वर्ग की तरह थी। क्रीमेशन साइट को बैंकॉक का प्राचीन रूप दिया गया है। इसके लिए आर्टिस्ट्स यहां पिछले 10 महीने से काम कर रहे थे। पार्थिव शरीर को सुनहरे रंग के कपड़े में लपेटकर गाड़ी पर रखा गया था। परंपरा के मुताबिक मौत के एक साल बाद अंतिम संस्कार किया गया।
अपने राजा के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग बैंकॉक के ग्रांड पैलेस के बाहर जुटे थे। इन लोगों में से ज्यादातर लोग चटाई लेकर आए थे, जिन्होंने सड़कों पर चटाई बिछाकर रात गुजारी। भूमिबेल सात दशक तक थाईलैंड की राजगद्दी संभाली। भूमिबेल साल 1946 में थाईलैंड के राजा बने थे।
उनकी गिनती दुनियाभर के अमीर राजाओं में होती थी। राजा भूमिबल दो सौ साल पुराने चकरी राजवंश के 9वें राजा थे। वो दुनियाभर में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले राजा के तौर पर जाने जाते हैं।
भूमिबेल ने 70 साल तक राज किया। इस दौरान देश में 12 प्रधानमंत्री बदल गए। इसके अलावा करीब 10 बार सैन्य-तख्तापलट की नाकाम कोशिश भी हुई। कई बार थाईलैंड में सरकार अस्थिर हुई तो राजा ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करके देश को संकट से उबारा।