टीम इंडिया के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर
की शादी को आज 25 साल पूरे हो गए हैं. सचिन ने 24 मई 1995 को अंजलि के साथ
विवाह किया था. सचिन तेंदुलकर की जिंदगी में छह साल बड़ी अंजलि से प्यार कर
शादी करने तक का सफर बहुत रोमांचक रहा.

सचिन तेंदुलकर और अंजलि की सगाई 1994 में न्यूजीलैंड में हुई थी. तब सचिन भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर थे. 24 अप्रैल को सचिन के 21वें बर्थडे पर दोनों की सगाई हुई थी और एक साल बाद ही 24 मई 1995 को सचिन-अंजलि शादी के बंधन में बंध गए. करीब पांच साल के अफेयर के बाद सचिन-अंजलि एक दूसरे के हो गए.

सचिन ने अंजलि को पहली बार अगस्त 1990 में मुंबई एयरपोर्ट पर देखा था. तब सचिन करियर के अपने पहले इंग्लैंड दौरे से लौटे थे. वह सुर्खियों में थे, क्योंकि उन्होंने महज 17 साल 107 दिन की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में शतक (नाबाद 119 रन, मैनचेस्टर टेस्ट) जमाने का कारनामा किया था. तब वह पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद (17 साल 78 दिन) के बाद सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक जमाने वाले दूसरे क्रिकेटर थे.
अंजलि एयरपोर्ट पर अपनी फ्रेंड के साथ मां को रिसीव करने पहुंची थीं. तभी उनकी फ्रेंड डॉ. अपर्णा ने सचिन को पहचान लिया. और उन्होंने सचिन की ओर इशारा करते हुए अंजलि से कहा था कि ये वही है, जिसने इंग्लैंड में सेंचुरी जमाई है.
अंजलि यह सुनते ही ऑटोग्राफ लेने के लिए सचिन के पीछे दौड़ी थीं. किसी लड़की को अपने पीछे भागता देख सचिन भी शरमा गए थे. वह चुपचाप अपनी कार में जा बैठे, क्योंकि उन्हें एयरपोर्ट पर लेने दोनों भाई अजीत और नितिन आए थे.

मजे की बात है कि सचिन से बात करने की कोशिश में अंजलि अपनी मां को रिसीव करना ही भूल गई थीं. अंजलि गुजराती उद्योगपति आनंद मेहता और ब्रिटिश सामाजिक कार्यकर्ता एनाबेल मेहता की बेटी हैं.
एयरपोर्ट पर पहली बार सचिन को देखने के बाद अंजलि किसी भी तरह सचिन से बात करना और मिलना चाहती थीं. उन्होंने दोस्तों की मदद से सचिन का फोन नंबर निकाला और बात करने में कामयाब हुईं. अंजलि ने फोन कर सचिन को बताया- मैंने एयरपोर्ट पर आपको देखा था. इस पर सचिन का जवाब था- ‘हां, मैंने भी आपको देखा था, आप मेरे पीछे भाग रही थीं.’
फोन पर बातचीत के साथ ही सचिन और अंजलि की बीच दोस्ती की बुनियाद पड़ चुकी थी. अंजलि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि सचिन से मुलाकात करने के लिए वह खुद को पत्रकार बता उनके घर पहुंच गई थीं.

इससे सचिन का परिवार हैरान रह गया था. सचिन की मां ने अंजलि से पूछा था- ‘क्या तुम सच में पत्रकार हो..?’ दरअसल, उन्होंने सचिन को चॉकलेट गिफ्ट करते हुए देख लिया था.
सचिन की लोकप्रियता बढ़ने लगी. अंजलि से शहर में कहीं भी मिलना ठीक नहीं था. ऐसे में वह अंजलि से मिलने ग्रांट मेडिकल कॉलेज- जेजे हॉस्पिटल जाने लगे, जहां अंजलि डॉक्टर बनने के लिए ट्रेनिंग पर थीं. अंजलि के लोनावाला स्थित पैतृक बंग्लो पर भी दोनों मिला करते थे.

सचिन ने ऑटोबायोग्राफी (Sachin Tendulkar, Playing It My Way: My Autobiography) में एक घटना का जिक्र किया है. एक बार काफी मशक्कत के बाद रात 8.30 बजे दोनों ने मिलने का प्लान बनाया.
सचिन समय से पहुंच गए, लेकिन अंजलि घर से निकल नहीं पाईं. आखिरकार सचिन को बिना मिले ही लौटना पड़ा था. उन्होंने बताया कि तब मोबाइल फोन नहीं होते थे और पब्लिक बूथ से अंजलि को फोन नहीं कर सकता था.
Sources:-aaj Tak