एक महीने के अंदर बिहार के बाहर बिहारी श्रमिकों के जिंदा जलने की यह दूसरी खबर है। आंध्र प्रदेश के एलुरु स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में आग लगने के बाद बॉयलर में ब्लास्ट (Blast in Chemical Factory) हो गया, जिसमें आधा दर्जन मजदूरों की मौत हो गई है। मृतकाें में चार बिहार के नालंदा के बताए जा रहे हैं। जबकि, एक दर्जन से अधिक घायलों में भी अधिकांश बिहार के ही हैं। मृतक श्रमिकों के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इसके पहले तेलंगाना के सिकंदराबाद में बीते 23 मार्च की सुबह एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग जाने के कारण बिहार के 11 मजदूर जिंदा जल गए थे।
फैक्ट्री में केमिकल रिसाव के कारण लगी आग, विस्फोट
एसपी राहुल देव शर्मा के अनुसार फैक्ट्री में नाइट्रिक एसिड और मोनो मिथाइल के रिसाव के कारण आग लगी और इसके परिणाम से विस्फोट हो गया। मिली जानकारी के अनुसार दवा बनाने के दौरान अचानक बॉयलर में आग लग गई। इसके बाद जबतक लोग एहतियाती कदम उठा पाते, भारी धमाका हो गया। धमाके के कारण आग पूरी फैक्ट्री में फैल गई। हादसे की चपेट में फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिक व अन्य लोग आ गए। घायलों में सात बिहार के बताए गए हैं।
एक महीने में बिहारी श्रमिकों के जिंदा जलने की दूसरी घटना
विदित हो कि एक महीने के अंदर बिहार के बाहर बिहारी श्रमिकों के जिंदा जलने की यह दूसरी घटना है। इसके पहले बीते 23 मार्च की सुबह तेलंगाना के सिकंदराबाद इलाके में एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गई थी। उस दर्दनाक हादसे में बिहार के 11 मजदूरों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। घटना सुबह के पहले हुई। उस वक्त श्रमिक सोए हुए थे। गोदाम में आग लगने के कारण धुआं भर गया और निकलने का रास्ते बंद हो गए। इस कारण श्रमिक अंदर ही दम घुटने व जलने के कारण मारे गए।