पटना: पटना मेट्रो पर बात बनती दिख रही है। लगता है जल्द ही इसका शिलान्यास होगा। सीएम नीतीश कुमार ने इसके लिए केन्द्र सरकार से बातचीत की है। साथ ही नगर विकास विभाग के मंत्री ने भी केन्द्र सरकार से संपर्क साधा है। बिहार सरकार इसी महीने पटना मेट्रो की डीपीआर केन्द्र सरकार को भेज देगी। सूत्रों की माने तो मंजूरी मिलते ही इसका शिलान्यास भी इसी साल पीएम मोदी के हाथों कर दिया जाएगा।
नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने इस संबंध में बताया कि विभाग कैबिनेट के पास इस प्रस्ताव को भेज रहा है। कैबिनेट से प्रस्ताव पास होते ही इसे केन्द्र सरकार के पास भेज दिया जाएगा। विभागीय सचिव की माने तो पूरा प्रासेस इसी महीने पूरा कर लिया जाएगा। विभागीय सचिव ने ये भी बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नगर विकास विभाग मंत्री सुरेश शर्मा ने केन्द्र सरकार से बात की है। डीपीआर के जाते ही जल्द स्वीकृति भी मिल जाएगी।
गौरतलब है कि तैयार डीपीआर के मुताबिक नार्थ साउछ कॉरिडोर के अंतर्गत पटना जंक्शन से बैरिया के बीच साढ़े 14 किमी की दूरी में पटना मेट्रो के 12 स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर में जिन स्टेशनों के नाम पर विचार चल रहा है उसमें पटना जंक्शन के बाद आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विश्वविद्यालय, प्रेमचंद रंगशाला, राजेन्द्रनगर, नालंदा मेडिकल कॉलेज, कुम्हरार, गांधी सेतु, जीरो माइल, आईएसबीटी आदि हैं। यात्रियों के अधिक दबाव को देखते हुए इस कॉरिडोर पर कम दूरी में ज्यादा स्टेशन रखे गए हैं।
इसी महीने नगर विकास विभाग द्वारा मुख्य सचिव को मेट्रो को लेकर हुई प्रगति के बारे में दिए प्रेजेंटेशन दिया गया था। जिसमें मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय कमेटी ने मेट्रो के फाइनल डीपीआर को मंजूरी दे दी थी। उन्होनें इस वित्तीय वर्ष के अंत तक मेट्रो परियोजना का काम शुरू होने की उम्मीद जतायी थी। उन्होंने कहा था कि 2024 तक पटना के दो रूट पर मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा।
पहले चरण में दो रूटों पर 16,960 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। पटना मेट्रो का निर्माण एसपीवी मॉडल पर होगा। उन्होंने बताया था कि पटना मेट्रो के अंतर्गत दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। पहला कॉरिडोर दानापुर से मीठापुर 16.94 किलोमीटर का होगा तो दूसरा कॉरिडोर पटना जंक्शन से लेकर न्यू आईएसबीटी तक 14.45 किलोमीटर का होगा।
Source: Live Bihar