पटना हाई कोर्ट के आदेश पर बिहार में नगर निकाय चुनाव को स्थगित कर दिया गया है। चुनाव स्थगित होने पर भाजपा नेता सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला किया है। सुशील मोदी ने सीएम नीतीश से इस्तीफा मांगा है। प्रेस वार्ता में सुशील मोदी ने कहा है मुख्यमंत्री को हजारों अति पिछड़ों को आरक्षण से वंचित करने की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से यह मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब से लालू प्रसाद से मिले हैं तब से उन्हें अति पिछड़ों पर भरोसा नहीं रहा। इसी वजह से नगर निकाय चुनाव में यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सुशील मोदी ने मांग किया है कि बिहार में अति पिछड़ों को आरक्षण देते हुए तत्काल नगर निकाय का चुनाव कराया जाए।
बता दें कि पटना हाईकोर्ट ने मंगलवार को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के लिए सीटों के आरक्षण को अवैध बताया। मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायमूर्ति एस कुमार की खंडपीठ ने राज्य चुनाव आयोग को ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को फिर से अधिसूचित करके, उन्हें सामान्य श्रेणी की सीटों में शामिल करके चुनाव कराने का निर्देश दिया। छुट्टी के दिन पारित किये गए इस आदेश से चल रही चुनाव प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकता है। पहले चरण का मतदान अब से एक सप्ताह से भी कम समय में 10 अक्टूबर को होना था
इससे पहले भी पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पटना हाई कोर्ट के फैसले पर बयान जारी करते हुए कहा था कि राज्य के नगर निकाय चुनावों में ओबीसी-ईबीसी को आरक्षण न मिलने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। ट्विटर पर पोस्ट किए गए वीडियो बयान में सुशील मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद नीतीश कुमार ने ट्रिपल टेस्ट नहीं कराया है जिसके चलते कोर्ट ने ये फैसला दिया है। सुशील मोदी ने उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने प्रक्रिया का पालन नहीं किया है जिसके चलते सूबे के अतिपिछड़ा वर्ग के लोगों को नगर निकाय चुनावों में आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा और इसके लिए नीतीश कुमार ही जिम्मेदार हैं।