राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर रविवार को पलटवार किया।
उन्होंने कहा कि अदाणी समूह को सुप्रीम कोर्ट की विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट में सभी बिंदुओं पर क्लीनचिट मिलने के बाद इस मुद्दे पर संसद ठप करने और प्रधानमंत्री मोदी पर अनर्गल आरोप लगाने वाले राहुल गांधी और ललन सिंह को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
हिंडेनबर्ग रिपोर्ट पर आंखें मूंद भरोसा करने वाले पूरे विपक्ष का पानी उतरा: सुशील
मोदी ने कहा कि भारत में आर्थिक हड़कंंप मचाने की नीयत से जारी हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट पर आंखें मूंदकर भरोसा करने वाले पूरे विपक्ष का पानी उतर गया है।

उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति ने शेयर बाजार पर नजर रखने वाली संस्था सेबी की भूमिका में भी कोई गड़बड़ी नहीं पाई है।
राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी: सुशील मोदी
मोदी ने कहा कि सदन में जो लोग 20 से 80 हजार करोड़ तक के शेयर घोटाले का आरोप लगा रहे थे, उनकी बोलती बंद हो गई, लेकिन थेथरोलॉजी पर कोई रोक नहीं लग सकती।
उन्होंने कहा कि इससे पहले राफेल विमान सौदे में घोटाले के मनगढ़ंत आरोप लगाने और ‘चौकीदार चोर’ कहने के कारण राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट में खड़े होकर माफी मांगनी पड़ी थी।
सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए 70 एकड़ जमीन पर भी बोले सुशील
पिछले दिनों एक तरफ जदयू अध्यक्ष ललन सिंह अदाणी से द्वेष-वश अनर्गल आरोप लगाते रहे, वहीं, दूसरी तरफ उनके मुख्यमंत्री अदाणी को बिहार के वारिसलीगंज में सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए 70 एकड़ जमीन देते हैं। यह दोहरापन कैसी राजनीति है?
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और महागठबंधन में शामिल दल यदि अदाणी समूह पर लगाये गये आरोपों को सही मानते हैं, तो बिहार में उन्हें दी गई जमीन का आवंटन रद्द कराएं।