भागलपुर के सुल्तानगंज का शैव परंपरा से गहरा नाता रहा है। हर श्रावणी मेले में यहां से लाखों श्रद्धालु गंगाजल उठाकर देवघर में रावणेश्वर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
यहीं की मुरली पहाड़ी पर एक पदचिह्न् मिला है। ऐतिहासिक धरोहरों को अपने ब्लॉग ‘द साइलेंट पेजेज’ के जरिए देश-दुनिया के सामने लाने वाले भागलपुर के डीआइजी विकास वैभव का दावा है कि ये देश का इकलौता रुद्रपद (भगवान शिव के पैरों के निशान) हैं।
मुरली पहाड़ी की तराई के एक पत्थर पर अंकित इस रुद्रपद के इर्द-गिर्द कई देवी-देवताओं की भी आकृतियां बनी हुई हैं। सदियों पुरानी इन आकृतियों का ऐतिहासिक अन्वेषण अभी बाकी है।