सूखे की मार झेल रहे किसानों के लिए सरकार ने बड़ी पहल की है। खरीफ की खेती के दौरान कम बारिश से परेशान किसानों से कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने वैकल्पिक फसल लगाने की अपील की है।
इस योजना के तहत किसानों को सरकार आकस्मिक फसल योजना के तहत 15 अन्य तरह की खेती के लिए निशुल्क बीज उपलब्ध कराएगी। साथ ही सिंचाई के लिए डीजल अनुदान के साथ प्रतिदिन 12 घंटे विशेष तौर पर बिजली भी देगी। बुधवार को कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने यह घोषणा की।

मंत्री ने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को बताया कि राज्य में खरीफ के लिए सामान्य रूप से 442.3 मिली मीटर वर्षा होनी चाहिए थी, लेकिन मात्र 242.2 मिली मीटर ही वर्षा हुई है। ऐसे में सामान्य से 45 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जिसके फलस्वरूप धान की रोपनी प्रभावित हुई है।
इस साल धान का आच्छादन 35,97,595 हेक्टेयर में किया जाना है, जिसके विरुद्ध 17,69,688 हेक्टेयर धान की रोपनी हुई है। यह आंकड़ा लक्ष्य का मात्र 49.19 प्रतिशत है। इसी प्रकार इस साल मक्का का आच्छादन लक्ष्य 331367 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है, जिसके एवज में अभी तक 273087.42 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की बुआई की गई है।
पिछले साल इस अवधि तक 30 प्रतिशत धान की रोपनी और 33.7 प्रतिशत मक्का की बुआई हुई थी। ऐसी स्थिति में सरकार ने किसानों के लिए आकस्मिक फसल योजना के तहत 15 विभिन्न फसलों जैसे अल्पावधि धान (प्रमाणित), संकर मक्का, अरहर, उड़द, तोरिया, सरसों (अगात), मटर (अगात), भिण्डी, मूली, कुल्थी, मडुआ, सांवा, कोदो, ज्वार तथा बरसीम के कुल 41 हजार 264 क्विंटल बीज की व्यवस्था की है।