प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बुधवार की दोपहर धूल भरी आंधी के साथ बारिश ने तबाही मचाई। इस दौरान वज्रपात व पेड़ गिरने से तीन बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई। आंधी-पानी से फसलों व कच्चे घरों को काफी नुकसान हुआ है।
बुधवार को दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट ली। पहले 70 किलोमीटर की गति से तेज आंधी चली फिर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। गुरुवार को भी आंधी-बारिश की संभावना है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक शुभेंदु सेनगुप्ता का कहना है कि राजधानी समेत पूरे प्रदेश का मौसम तेजी से बदल रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बादल बन रहे हैं और आंधी के साथ बारिश हो रही है। गया सर्वाधिक गर्म स्थान रहा। यहां का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
आंधी-पानी का असर पटना, छपरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा एवं मधेपुरा में व्यापक रूप से देखा गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य जून तक प्रदेश में इसी तरह की स्थिति बनी रहेगी। मध्य जून के बाद सूबे में मानसून का प्रवेश होगा।