बिहार के दरभंगा जिले के मुकेश मिश्रा ने 5 साल बैंक में नौकरी करने के बाद इस्तीफा दे दिया। मुकेश को बचपन से ही फिल्मों में काम करने का शौक था।वह बचपन से ही गाने लिखते थे। मुकेश की हिन्दी फिल्म ‘द ड्रीम जॉब’ 11 अगस्त को रिलीज हो रही है। फिल्म में बताया गया है कि किस तरह बैंक में काम करने वाले कर्मचारी अपने टारगेट को लेकर परेशान रहते हैं। फिल्म निर्माता मुकेश मिश्रा ने कहा कि अच्छी खासी नौकरी चल रही थी, लेकिन फिल्म बनाने का शौक नौकरी पर भारी पड़ रहा था।
अंत में मैंने नौकरी छोड़ दी। मुझे लगता था कि अगर पेशा चेंज करना है तो अभी ठीक समय है। नहीं तो शादी होने के बाद परेशानी हो जाएगी। आगे कुछ नहीं कर पाएंगे। बहुत सी स्टोरी पर फिल्म बनी है, लेकिन बैंकिंग सेक्टर को लेकर कोई फिल्म नहीं बनी, जो फिल्में बनी वह बैंकों की लूट पर बनी है। मैंने बैंककर्मियों के लाइफ पर फिल्म बनाने की सोची।
इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे काम करने वाले कर्मचारी अपने टारगेट पूरा करने के लिए परेशान रहते हैं। कर्मचारी से लेकर बॉस तक अपने टारगेट के पीछे दौड़ते रहते हैं। अब टारगेट बैंकिंग सेक्टर ही नहीं सभी क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को दिया जा रहा है। ‘द ड्रीम जॉब’ में जुबेर के खान, प्रसाद शिखंडे, साध्वी भट्ट, ऋतंभरा श्रोत्रिय और विकास श्रीवास्तव समेत कई कलाकार हैं। भाजपा नेता मनोज तिवारी ने फिल्म के लिए एक गाना गया है, जिसे लोग पसंद कर रहे हैं।