स्मार्ट सिटी पर भारी है यह मॉर्डन विलेज! एक से बढ़कर एक सुविधा उपलब्ध, हर तरफ हो रही है चर्चा

जानकारी प्रेरणादायक

 बिहार में स्मार्ट विलेज की कल्पना को हम पूरी तरह से समझ सकते हैं. गया जिला के बोधगया प्रखंड क्षेत्र में स्थित बतसपुर गांव एक ऐसा उदाहरण है जो स्मार्ट गांव की सुविधाओं के साथ बना हुआ है. यहां के ग्रामीणों को गोबर गैस से निःशुल्क खाना प्रदान किया जाता है और वहां शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरण के क्षेत्र में भी सुविधाएं मौजूद हैं. इसमें इंटर तक स्कूल, आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र, ग्रामीण हाट, अपशिष्ट प्रसंस्करण ईकाई, सोलर स्ट्रीट लाइट्स, पार्क, और डस्टबिन्स जैसी सुविधाएं शामिल हैं. यह स्मार्ट गांव का एक अच्छा उदाहरण है जो ग्रामीण विकास में सकारात्मक परिणामों को दिखा रहा है.

यह सब सुविधा है उपलब्ध
बतसपुर गांव वाकई में एक आदर्श गांव है, जिसने अपने प्रयासों से जिले में चर्चा का केंद्र बना लिया है. इसकी सफलता इस बात को दिखाती है कि ग्रामीण समुदायों के सहयोग से किसी भी स्थान में सुधार किया जा सकता है. यहां के लोगों का समृद्धि और सामाजिक जागरूकता के प्रति समर्पण प्रेरित कर रहा है. गांव के बच्चों के लिए उच्च शिक्षा के लिए स्कूल बनाना और गरीब लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए मनरेगा ग्रामीण हाट बनाना विशेष उल्लेखनीय है. गोबर गैस प्लांट के माध्यम से खाना बनाने में पैसे की बचत के लिए उपयोगी होना बहुत उत्कृष्ट है, और इसके माध्यम से गांव के लोगों को आर्थिक रूप से समृद्धि मिल रही है.

पढ़ाई, खेती और स्वच्छता का है विशेष प्रबंध


बतसपुर गांव ने आदर्श आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से छोटे बच्चों के लिए शिक्षा और पोषण का समृद्धिपूर्ण सामर्थ्य बनाया है. गांव में हरे-भरे वृक्षों के सफल पौधरोपण के माध्यम से पर्यावरण की दिशा में भी एक उदाहरण स्थापित किया गया है. स्वच्छता के स्लोगनों से सजीव गांव की भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है.  कचरे का प्रबंधन एक और महत्वपूर्ण पहलू है, जिसमें गांववालों द्वारा किया जाने वाला जैविक खाद उत्पन्न करने का प्रयास है. किसानों द्वारा की जाने वाली खेती और पशुपालन के क्षेत्र में भी ग्रामीणों का समर्पण है, और उन्होंने गोबर गैस प्लांट के माध्यम से निशुल्क गैस प्राप्त करने का तंत्र स्थापित किया है.

इस गांव की चर्चा पूरे जिले में
इस गांव के प्रति समर्थन और आदर्श गांव के रूप में उच्चारित होने पर गर्व होना तो स्वाभाविक है.  गांववालों द्वारा अपने प्रयासों से यह साबित हो रहा है कि सुविधाओं, शिक्षा, और अच्छे जीवन की स्थिति में सुधार संभव है. चर्चा के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों की स्थापना ने सुरक्षा को मजबूती से बनाए रखने में मदद की है. गांव में हर रविवार को हाट का आयोजन भी आयोजित किया जाता है, जिससे गांव के लोगों को सब्जी और जानवरों की खरीद-बिक्री का सुविधाजनक इसके रूप में हो रहा है. गांव के उप-मुखिया का उल्लेख करते हुए, उनका कहना यही बताता है कि गांव ने भारत सरकार और बिहार सरकार के योजनाओं के अनुसार मॉडल गांव की ओर कदम बढ़ाया है. इसके रूप में, गांव ने दो सुंदर छठ घाटों का निर्माण किया है, जो गाँव की सुंदरता को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं. इसके अलावा, भविष्य में एक जिम बनाने की योजना भी है, जो गांववालों को स्वस्थ जीवनशैली के लिए एक स्थायी स्थान प्रदान करेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *