पटना: कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन गंगा पुल बिहार सरकार की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है। 5000 करोड़ की लागत वाले इस ब्रिज का पटना सिरा एनएच-30 पर सबलपुर में तो वैशाली सिरा एनएच-103 पर समस्तीपुर में रहेगा। इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के विकास का रास्ता प्रशस्त होगा।
एलएंडटी देवू ज्वायंट वेंचर एजेंसी ब्रिज का निर्माण कर रही है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की उपस्थिति में सीएम नीतीश कुमार ने फरवरी में इसका कार्यारंभ किया था। एडीबी के लोन से इस का निर्माण हो रहा है। लोन निगोसिएशन पर एडीबी ने सहमति दे दी है। महात्मा गांधी सेतु के विकल्प के रूप में बनने वाले इस ब्रिज के निर्माण से राघोपुर का भी कायाकल्प होना है।
एक्स्ट्रा डॉज्ड ब्रिज को केबल स्टेयर्ड ब्रिज (स्टील केबल पर आधारित पुल) भी कहा जाता है। इसके निर्माण में पिलर और गार्डर का तो इस्तेमाल होता ही है। पुल के ऊपरी हिस्से (डेकिंग) को सपोर्ट देने के लिए स्टील केबल भी लगाए जाते हैं। इससे पिलर पर कम भार पड़ता है और पुल लंबे समय तक चलता है। इस पुल के एक पाये को बनाने में 1 करोड़ की लागत आएगी। पथ निर्माण निगम के दावे के मुताबिक यह किसी भी नदी पर बनने वाला पहला सबसे लंबा सिक्स लेन एक्स्ट्रा डोज पुल होगा। पुल के डेक की ऊंचाई गंगा के उच्चतम जलस्तर से अधिक होगी। यानि बड़े से बड़ा जहाज भी पुल के नीचे से पार कर सकता है।