सर, मैं बहुत गरीब हूं और मेरे पिताजी दही बेचते हैं। जो कमाई होती है उसकी वह शराब पी जाते हैं। जिस सरकारी स्कूल में मैं पढ़ता हूं वहां के शिक्षकों को पढ़ाने नहीं आता है। यदि सरकार की ओर से कुछ मदद मिल जाती और मेरा दाखिला प्राइवेट स्कूल में हो जाता तो मैं पढ़ लिखकर आईएएस-आईपीएस अधिकारी बनना चाहता हूं। छठी कक्षा के छात्र सोनू कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने हाथ जोड़कर गुहार लगाई। बच्चे की बातों को सुनकर सीएम नीतीश ने तत्काल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
सीएम नीतीश कुमार शनिवार को अपनी पत्नी की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा जिले के कल्याणबिगहा पहुंचे थे। हरनौत प्रखंड के नीमाकौल में जनसंवाद के दौरान बच्चे ने यह बातें कहीं।
बच्चे का आरोप है कि उसका पिता रणविजय यादव दही बेचने का काम करता है। जो भी कमाई होती है, उसका वह शराब पी जाते हैं। गरीब परिवार से होने के कारण मध्य विद्यालय नीमा कौल के सरकारी स्कूल में पढ़ता है, जहां शिक्षकों को अच्छी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने नहीं आता है। बच्चे ने कहा अगर सरकार हमारी मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस आईपीएस बनना चाहता हूं।
बता दें कि सोनू छठी कक्षा में पढ़कर 5वीं कक्षा तक के 40 बच्चों को शिक्षा देकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है। वहीं इस छोटे से बच्चे के हिम्मत को देखकर अधिकारी से लेकर नेता तक दंग रह गए। सीएम नीतीश के आदेश के बाद उसको सहयोग मिल पाता है कि नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।