मंदिर के पुजारी तथा पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि इस शिव मंदिर की स्थापना 1980 में की गई थी। यहां तभी से लोग भगवान की पूजा-अर्चना के लिए आते रहे हैं।
एक बार सोमवार के दिन अचानक ही दोपहर में तेज हवा के साथ मंदिर का पूर्वी दरवाजा खुला और एक अलौकिक प्रकाश के साथ ही शिवलिंग पर भोलेनाथ की आकृति उभर आई।
बिहार में भोलेनाथ का एक ऐसा मंदिर है जहां आप भोलेनाथ के चमत्कार को देख सकते हैं। इस मंदिर का शिवलिंग अचानक काला से उजला हो गया और उसमें शिव की मूर्ति बन गई।
मूर्ति में शिव की जटा से गंगा की धारा निकलने लगी। शिव मंदिर में स्थापित काले पत्थर के शिवलिंग का एक हिस्से में अचानक ही भगवान शिव की आकृति उभर आई।
यूं तो भारत चमत्कारों का देश माना जाता है लेकिन बिहार के मांझी प्रखंड के डूमाईगढ़ स्थित एक शिव मंदिर में बहुत ही विचित्र घटना हुई।
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इस आकृति में न केवल भगवान शिव का चेहरा वरन उनकी जटाओं से निकल रही जलधारा भी स्पष्ट दिखाई दे रही है।

मंदिर के पुजारी तथा पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि इस शिव मंदिर की स्थापना 1980 में की गई थी।
यहां तभी से लोग भगवान की पूजा-अर्चना के लिए आते रहे हैं। एक बार सोमवार के दिन अचानक ही दोपहर में तेज हवा के साथ मंदिर का पूर्वी दरवाजा खुला और एक अलौकिक प्रकाश के साथ ही शिवलिंग पर भोलेनाथ की आकृति उभर आई।

यहां तभी से लोग भगवान की पूजा-अर्चना के लिए आते रहे हैं। एक बार सोमवार के दिन अचानक ही दोपहर में तेज हवा के साथ मंदिर का पूर्वी दरवाजा खुला और एक अलौकिक प्रकाश के साथ ही शिवलिंग पर भोलेनाथ की आकृति उभर आई।

घटना के समय वहां खेल रहे कुछ ग्रामीण बच्चों ने इस घटना को देखने का भी दावा किया। जल्दी ही यह बात पूरे-पूरे गांव में फैल गई और धीरे-धीरे आस-पास के सभी गांवों में फैल गई। बात सुनने के बाद से यहां श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा करने के लिए जुटी हुई हैं।