अब सरकारी स्कूलों से गायब रहने तथा विलंब से आने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। शिक्षकों की हाजिरी अब ई-शिक्षा कोष ऐप पर ऑनलाइन बनेगी। एक अगस्त से सभी सरकारी शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इसके लिए ई-शिक्षा कोष ऐप लॉन्च किया गया है।
विभागीय निर्देश के मुताबिक, सिकटी प्रखंड के सभी शिक्षकों को 31 जुलाई तक स्कूलों के यू-डायस पोर्टल पर अपना प्रोफाइल अपडेट करने का समय दिया गया है, जबकि सिकटी प्रखंड अन्तर्गत अब तक 75 प्रतिशत शिक्षक हीं अपने डाटा को ऑनलाइन अपडेट कर पाए हैं।
आने और जाने के समय ऐप से लगेगी हाजिरी
बताते चलें कि विद्यालयों की शैक्षणिक गुणवत्ता तथा शिक्षकों की गतिविधि पर शिक्षा विभाग द्वारा निरंतर नजर रखी जा रही है। सिकटी के सभी प्रारंभिक, हाई व इंटर स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन बननी शुरू हो जाएगी। शिक्षकों का आगमन एवं प्रस्थान के समय ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी।
इस डिजिटल हाजिरी से शिक्षकों को समय पर स्कूल आने की बाध्यता होगी। स्कूल आगमन के समय सुबह नौ बजे तथा स्कूल छोड़ने के समय शाम चार बजे ऑनलाइन हाजिरी बनेगी। खास बात यह है कि यह ऐप स्कूल परिसर में ही खुलेगा। कौन शिक्षक किस कक्षा में कौन सा विषय पढ़ा रहे हैं। इसकी भी मॉनिटरिंग ऐप के माध्यम से की जाएगी।
बताया जा रहा है कि इसी तरह विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने पर भी काम चल रहा है। इसके लिए विकसित ऐप के आने पर विद्यार्थियों की भी ऑनलाइन हाजिरी बनेगी।
शिक्षकों को अब अवकाश के लिए भी ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की ऑनलाइन स्वीकृति एचएम की ओर से मिलने पर ही शिक्षकों को अवकाश मिलेगा।
लाइव लोकेशन के आधार पर होगी उपस्थिति
जानकारी के अनुसार, ई-शिक्षा कोष पोर्टल लाइव लोकेशन के आधार पर काम करेगा। स्कूल परिसर से बाहर रहकर किसी भी शिक्षक की न तो इंट्री होगी और न ही एग्जिट। सुबह निश्चित समय के बाद लिंक स्वतः बंद हो जाएगा। इसके बाद आने वाले शिक्षकों की हाजिरी नहीं बनेगी और वे अनुपस्थित माने जाएंगे।
सिकटी के कई शिक्षकों ने बताया कि बार्डर क्षेत्र में नेटवर्क बहुत बड़ी समस्या है। नेटवर्क नहीं रहने की परिस्थिति में शिक्षकों की उपस्थिति कैसे बनेगी, इस पर भी विभाग को सोचना चाहिए। वहीं सिकटी प्रखंड का इलाका बाढ़ ग्रस्त तथा पिछड़ा है। बिजली की समस्या मुंह बाए खड़ी रहती है।
मोबाईल चार्ज नहीं रहने पर हाजिरी नहीं बनेगी, यह सवाल भी शिक्षकों के जेहन में है। विद्यालय प्रधान की मानें तो मोबाईल गुम हो जाने की स्थिति में शिक्षकों की उपस्थिति मानी जाएगी या नहीं इस पर विभाग को ध्यान देने की जरूरत है।
जल्द ही सभी सरकारी शिक्षकों की उपस्थिति ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से बनेगी। फिलहाल शिक्षकों का ऑनलाइन डाटा अपलोड करने के लिए कुछ दिनों का समय दिया गया है। प्रशिक्षण के माध्यम से सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। राशिद नवाज, डीपीओ समग्र शिक्षा अररिया
सिकटी में विद्यालयों के आंकड़े
प्रारंभिक विद्यालयों में पदस्थापित नियोजित शिक्षक- 636
नियमित शिक्षक- 38
प्लस टू विद्यालयों में पदस्थापित शिक्षक – 32
प्राईमरी स्कूल – 95
मिडिल स्कूल – 54
संस्कृत विद्यालय, एक मदरसा- 05
प्लस टू विद्यालय – 03
हाईस्कूल -14