भागलपुर से शिक्षा प्राप्त कर अमेरिका में गैस वॉच (गैस मापक मीटर) और स्मार्ट चार्ज एलईडी बल्ब का आविष्कार कर अपना लोहा मनवाने वाले शेखर के. सुमन को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अगस्त को ह्वाइट हाउस बुलाया था। इस दौरान वहां उनके अनुभव को न सिर्फ सुना गया बल्कि उनसे कारोबार के गुर भी जाने। शेखर इसका उत्पादन कर आज एक सफल व्यवसायी के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।
खास बात यह है कि दोनों यंत्रों का उत्पादन वे भारत में कराते हैं और आज उनका सलाना 80 करोड़ से ज्यादा का करोबार भारत और अमेरिका में फैला है। अमेरिका के नार्थ केरोलिना में रहने वाले शेखर ने फोन पर हिन्दुस्तान प्रतिनिधि को बताया कि ह्वाइट हाउस में उद्योगपतियों के बीच राष्ट्रपि ने उन्हें बोलने का मौका दिया। जहां उन्होंने उद्योग की नई संभावनाओं और रोजगार में आने वाली बाधाओं को दूर करने जैसे विषय पर अपनी बात रखी।
सुमन को सुनने राष्ट्रपति ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप और अमेरिका के स्मॉल बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की हेड लिंडा मैकमोहन भी पहुंची थीं। शेखर ने बताया कि उनका चुनाव ह्वाइट हाउस के लिए कैसे हुआ उन्हें नहीं पता पर लगता है कुछ अच्छा किया इसलिए बुलाया गया। इनके दो आविष्कार अपने आविष्कार से 80 करोड़ रुपए का सलाना है कारोबार करने वाले सुमन ने बताया कि उन्होंने 2003 में गैस वॉच नामक गैस मापक यंत्र का आविष्कार किया था।
इस यंत्र की खासियत है कि आप कहीं से भी अपने मोबाइल से यह जान सकेंगे कि गैस सिलेंडर में कितना गैस बचा है। वहीं एक स्मार्ट चार्ज एलईडी बल्ब भी बनाया है। इस बल्ब में ही एक छोटी बैट्री लगी है और बिजली कटने के बाद भी स्विच ऑन करने पर बल्ब जल जाएगा। भागलपुर में ली इंटर तक की शिक्षा शेखर के. सुमन मूलत: भागलपुर के रहने वाले हैं और भागलपुर के नवयुग विद्यालय, जिला स्कूल और टीएनबी कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद बीआईटी सिंदरी धनबाद से इंजीनियरिंग की।
1986 में शेखर स्नातकोत्तर करने विदेश चले गए। उनके पिता डा. जयनारायण गुप्ता टीएनबी कॉलेज में केमिस्ट्री के विभागाध्यक्ष थे। उनके भाई डा. मिथिलेश कुमार भागलपुर में बच्चों के डॉक्टर थे और अब बंग्लोर शिफ्ट कर गए हैं। अभी यहां इनके परिवार के कोई नहीं रहते हैं पर यहां की यादें उनके जेहन में बसीं हैं।