अपने बयानों से पार्टी को अक्सर असहज करने वाले अभिनेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पंजाब में गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को मिली करारी हार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
इस हार पर पार्टी की किरकिरी के बीच उन्होंने कहा है कि जैसी उम्मीद थी पार्टी को दो लाख वोटों से अपमानजनक हार मिली है।
पार्टी को आइना देखने की जरूरत बताते हुए सिन्हा ने कहा है कि उसे दीवार पर लिखी साफ इबारत को पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए नहीं तो जनता के मूड का आकलन करने में नाकामयाबी की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
सिन्हा ने अपनी भड़ास ट्वीट के जरिए निकाली है। एक के बाद एक कई ट्वीट में उन्होंने कहा कि इसकी उम्मीद पहले से ही थी क्योंकि स्वर्गीय विनोद खन्ना के किसी करीबी को टिकट नहीं दिया गया।
मालूम हो कि इस उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी स्वर्ण सिंह सलारिया को कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने करीब दो लाख वोटों के भारी अंतर से पराजित किया है। इस जीत को कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे राहुल गांधी को तोहफा बताया जा रहा है। यह सीट फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना के निधन के कारण खाली हुई थी।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मिली इस जीत से कांग्रेस काफी उत्साहित है। वह इसे नोटबंदी और जीएसटी के खिलाफ जनादेश की तरह देख रही है। आने वाले दिनों में पार्टी मोदी सरकार पर अपने हमले तेज करेगी।
सिन्हा इससे पहले भी अपने बयानों के कारण चर्चित रहे हैं और कई बार पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर चुके हैं। हाल ही में पटना यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया लेकिन खुद कार्यक्रम में नहीं पहुंचे क्योंकि उनके अनुसार उन्हें शनिवार के कार्यक्रम के लिए शुक्रवार की सुबह 10 बजे न्योता मिला था।
उन्होंने पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी की आर्थिक नीतियों की आलोचना किए जाने का भी समर्थन किया है। इन वजहों से पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे नाराज बताए जाते हैं।