पटना: जदयू से अलग हुये शरद यादव गुट ने ‘लोकतांत्रिक जनता दल’ (लोजद) के नाम से नयी पार्टी बनायी है। नवगठित पार्टी की महासचिव सुशीला मोराले ने शरद यादव की मौजूदगी में दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पार्टी की पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है।
उन्होंने बताया कि पार्टी का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन आगामी 18 मई को दिल्ली में होगा। मोराले ने स्पष्ट किया कि शरद यादव ने पार्टी की सदस्यता नहीं ली है। उन्हें राज्यसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराये जाने से जुड़ा मामला अदालत में लंबित होने के कारण वह नई पार्टी में औपचारिक तौर पर शामिल नहीं हुये हैं। हालांकि यादव ने पार्टी के गठन पर शुभकामनायें व्यक्त करते हुये अपना आशीर्वाद दिया।
मोराले ने बताया कि संवैधानिक संस्थाओं पर मंडराते संकट और राष्ट्रीय समस्याओं से देश में फैली निराशा से निजात दिलाने के लिये उनकी पार्टी राजनीतिक विकल्प बनेगी। उन्होंने कहा कि लोजद के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में शरद यादव पार्टी के मार्गदर्शक के रूप में शिरकत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले बने महागठबंधन से अलग होकर केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग में शामिल होने के फैसले का शरद गुट ने विरोध करते हुये जदयू के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा पेश किया था। चुनाव आयोग ने यादव गुट के दावे को खारिज कर दिया। आयोग के इस फैसले को यादव ने दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।
इसके अलावा शरद यादव ने जदयू पर उनका दावा खारिज होने के बाद उनकी राज्यसभा सदस्यता रद्द करने के सभापति के फैसले को भी उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। दोनों मामले अदालत में लंबित हैं।