मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फैसले से नाराज चल रहे जदयू के वरिष्ठ नेता Sharad Yadav के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई संभव है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें पार्टी से निलंबित किया जा सकता है। राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाया जा सकता है। इसके अलावा उन्हें पार्टी से निलंबित भी किया जाएगा।
पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर राज्यसभा की सदस्यता जा सकती है। दरअसल, जेडीयू में राज्यसभा में नया नेता चुनने पर विचार किया जा रहा है। राज्यसभा में पार्टी के 10 सांसद हैं। अपने बागी तेवरों को लेकर पार्टी की ओर से कार्रवाई की अटकलों के बीच Sharad Yadav ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। शरद यादव ने कहा कि महागठबंधन जनता के साथ एक बड़ा करार था और इसके टूटने से जनता का विश्वास टूटा है।
गौरतलब है कि महागठबंधन टूटने और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बनने के बाद से नाराज चल रहे जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के आज से बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं, जिसको लेकर सियासी हलचल तेज हो गयी है।
Sharad के बिहार दौरे को लेकर जदयू ने उनके द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णय के खिलाफ जाने की बात कही है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं विधान परिषद के सदस्य नीरज कुमार ने कहा कि यादव की बिहार यात्रा से पार्टी को कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियां यादव की ही बनायी हुयी हैं। ऐसे में यदि वह नीतियों के पालन से पीछे हटते हैं तो यह गंभीर बात होगी।