छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार दोपहर 12:25 बजे सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर नक्सली हमले में 25 जवान शहीद हो गए। जिसमें बिहार के दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड अंतर्गत खराजपुर पंचायत स्थित अहिला गांव के नरेश यादव भी शामिल हैं।
नरेश के शहीद होने की खबर मिलने के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। शहीद नरेश की मां राशो देवी, सहित परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी की स्थिति खराब है। लेकिन इसके परे शहीद नरेश यादव के पिता रामनारायण यादव अपने पुत्र की शहादत पर अपने आंसुओं को छिपाते हुए बताते है कि बेटे की शहादत पर हमें तनिक भी अफ़सोस नहीं है।
शहीद नरेश के पिता ने कहा कि मेरा बेटा देश की रक्षा में शहीद हुआ है, मुझे अपने बेटे पर गर्व है। नरेश मेरा इकलौता बेटा था, जिसने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। मुझे और बेटा रहता तो मैं उसे भी सेना में जाने के लिए ही प्रेरित करता। शहीद के परिजन बताते है कि शहीद जवान नरेश एक माह की छुट्टी पर 10 दिसंबर को घर आए थे।