पटना सिटी के नुरुद्दीनगंज में प्रत्येक साल गणपति जी की पूजा विधि-विधान से होती चली आ रही है. इस साल भी प्रथम पूज्य गजानन की पूजा धूमधाम से मनाई गई. ऐसा माना जाता है कि महाराष्ट्र में गणपति जी का विसर्जन भी भव्य तरीके से होता है. भव्यता की वो झलक बिहार की राजधानी पटना में भी देखने को मिली. आस्था का ऐसा समागम और हजारों लोगों की भीड़ देखते ही बन रही थी. गणेश पूजा समिति के सदस्य राजेश चौरसिया ने बताया कि गणपति जी को जयकारे के साथ विदा किया गया. उन्होंने यह भी बताया कि ‘गणपति बप्पा मोरया’ के नारे के साथ जैसे-जैसे गणपति जी की प्रतिमा आगे बढ़ती गई, वैसे-वैसे भक्तों में जोश और उल्लास भी बढ़ता गया. आस्था में सराबोर हुए सभी भक्त अब अगले बरस गणपति बप्पा के आने का इंतजार करेंगे.
गणेश पूजा समिति के सदस्य अमित यादव ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार बिना ध्वनि प्रदूषण के विसर्जन की झांकी निकाली गई. बता दें कि विसर्जन यात्रा नूरुद्दीनगंजसे चलकर कंगन घाट तक पहुंची. इस विसर्जन यात्रा में स्पेशल बैंड और भांगड़ा ग्रुप की बुकिंग की गई थी. विसर्जन यात्रा में शामिल लोग भी भांगड़ा और बैंड की धुन पर थिड़कने से खुद को रोक नहीं पाए. पुरुषों के अलावा महिलाओं के द्वारा भी इस विसर्जन यात्रा में सामूहिक नृत्य किया गया.
11 साल से लगातार हो रही पूजा
गणेश पूजा समिति के वरीय सदस्य ऋषभ कुमार ने बताया कि लगातार 11 साल से गणेश जी की पूजा-अर्चना यहां हो रही है. हालांकि, कोरोना काल में गणपति जी की पूजा थोड़ी प्रभावित जरूर हुई थी. उस साल को छोड़ दिया जाए, तो प्रत्येक साल धूमधाम से गणपति जी की पूजा आयोजित की जाती है. जिसमें शहर के हजारों लोग शामिल होते हैं. ऋषभ ने बताया कि गणपति पूजा आगे भी लगातार जारी रहेगी.