यूपी सरकार की ओर से जबरन रिटायर किए गए पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने रविवार को अपनी राजनीतिक पार्टी आजाद अधिकार सेना का सीतामढ़ी में क्षेत्रीय कार्यालय बनाया है। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर का विवादों से गहरा रिश्ता रहा है।
जिले के सुरसंड प्रखंड के बखरी गांव के मूल निवासी अमिताभ ठाकुर ने यूपी सरकार की ओर से जबरन रिटायरमेंट दिए जाने के बाद आजाद अधिकार सेना नाम से पार्टी का गठन किया। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि पार्टी के गठन का उद्देश्य अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार के खिलाफ और आम नागरिकों के हित की लड़ाई लड़ना है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर रविवार को अपने गृह जिला सीतामढ़ी आए। यहां पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद कई अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए। बड़ी संख्या में लोग उनसे मुलाकात भी पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि तमाम सहयोगियों और मार्गदर्शन करने वालों से परामर्श करने के बाद ही राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला किया। यह पार्टी जनता के लिए बनाई गई है। अब जनता के अधिकारों के लिए लड़ना ही एकमात्र मकसद है।

बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त
अमिताभ ठाकुर ने ऐलान किया कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में आजाद अधिकार सेना उत्तर प्रदेश, दिल्ली और बिहार में चुनाव लड़ेगी। इसके बाद साल 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी। इस दौरान, उन्होंने महागठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। बिहार पुलिस सत्ताधारी नेताओं के सामने नतमस्तक है।
बोले- नीतीश की शराबबंदी फेल
अमिताभ ठाकुर बिहार की शराबबंदी नीति को पूरी तरह असफल बताया। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून शराब माफियाओं को फायदा हो रहा है। यूपी और बिहार पुलिस की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश के तमाम रास्तों से बिहार में शराब की तस्करी हो रही है। शराब की डोर टू डोर डिलीवरी भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार पूरी तरह से शराब माफियाओं के सामने नतमस्तक हो चुकी है।