बिहार में शिक्षक बनने लिए जहां अभ्यर्थी दिन रात एक कर पढ़ाई में लगे हुए हैं वहीं परीक्षा आयोजित करने के लिए बीपीएससी ने भी कमर कस ली है. इस परीक्षा में किसी प्रकार की कदाचार यानी चीटिंग न हो इसके लिए आयोग इस बार कई प्रयोग भी करने जा रही है. 24, 25 और 26 अगस्त को आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए आयोग की तरफ से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है.
दो पाली में होने वाली इस परीक्षा के लिए गेट से लेकर एग्जाम हॉल तक, हर तरफ कैमरे लगे रहेंगे और हर सेंटर से सीधा प्रसारण किया जाएगा. इसके लिए जिला और बीपीएससी के ऑफिस में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. परीक्षा केन्द्र पर जांच- पड़ताल के बाद एक घंटे पहले परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जाएगा. समय से नहीं आनेवाले छात्रों को परीक्षा केन्द्र में जाने की अनुमित नहीं दी जाएगी. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने साफ कहा है कि इस परीक्षा में कदाचार का कोई चांस ही नही है.
एग्जाम हॉल से होगा सीधा प्रसारण
24, 25 और 26 को होने वाले बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में एग्जाम सेंटर पर चप्पे-चप्पे पर कैमरा से निगरानी रखी जायेगी. इसके लिए सेंटर, जिला और आयोग के कार्यलय में कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा. इसके साथ ही एक ओवरऑल कंट्रोल रूम दिल्ली में भी रहेगा. हर कंट्रोल रूम में प्रॉस्टर्स की ड्यूटी लगाई जाएगी जो हर एक हरकत पर नजर रखेंगे. पटना स्थित बीपीएससी कार्यालय में बने कंट्रोल रुम से एग्जाम हॉल की गतिविधियों का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया कि परीक्षा को कदाचार मुक्त बनाया जा सके, इसके लिए कई व्यापक तैयारी की गई है. परीक्षा शुरू होने के एक घंटा पहले तक प्रवेश बंद हो जाएगा. सवाल सीधे एग्जाम हॉल में अभ्यर्थियों के सामने खुलेगा और फिर अन्तिम में वहीं पर सील होगा.
बायोमेट्रिक की व्यवस्था रहेगी
एग्जाम हॉल में प्रवेश लेने से पहले एडमिट कार्ड को स्कैन कर डेटाबेस से मिलान किया जाएगा. साथ ही अभ्यर्थी का फिंगर प्रिंट और आंख की पुतली का मिलान किया जाएगा. इस बायोमेट्रिक जानकारी को सुरक्षित रखा जाएगा और कैंडिडेट के सिलेक्शन के बाद पोस्टिंग वाली जगह पर भेजा जाएगा. नौकरी के दौरान जब बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगेगा तो यह पहचान हो पाएगा कि जिसने परीक्षा दी था वही नौकरी भी कर रहा है. आपको बता दें कि बीपीएससी के द्वारा इस भर्ती परीक्षा से करीब 1.70 लाख शिक्षकों की भर्ती होगी.