बिहार प्रतिभाओं का गढ़ है। यहां एक-से-एक ऐसे लोगों ने जन्म लिया है जिनकी कामयाबी ने एक नया अध्याय लिखा है। ऐसे ही एक बिहारी युवा हैं सत्यम, जिन्होंने 12 साल की उम्र में आईआईटी की परीक्षा पास कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था। फिलहाल वो फ्रांस में अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।
बारह वर्ष की नन्ही सी उम्र में आइआइटी के ऊंचे किले को फतह करने वाला सत्यम फ्रांस में इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए मिसाल बन चुके हैं। सत्यम अपनी मेधा के कायल फ्रांसीसी छात्रों को भारतीय शिक्षा पद्धति का गुण सीखा रहे हैं।
बिहार के भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड के बखोरापुर निवासी रामलाल सिंह का पोता सत्यम कुमार ने आज से पांच साल पहले भारत में खूब नाम कमाया था। जब महज बारह वर्ष की उम्र में आइआइटी की प्रतियोगिता में बुलंदी का झड़ा गाड़ा था।
फिलहाल सत्यम आइआइटी कानपुर में इलेक्ट्रिकल ब्रांच का छात्र है। इसी बीच फ्रांस में समर रिसर्च इन्टर्न के अवसर पर ‘ब्रेन कम्प्यूटर इन्टरफेसेज’ विषय पर रिसर्च के लिए सत्यम का चयन किया गया था।