सरकारी विभागों में माली की नौकरी लगवाने के नाम पर तकरीबन डेढ़ सौ युवकों से 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई। फिलहाल ठगी के शिकार हुए पांच युवक सामने आये हैं। उन्होंने एक आरोपित को पकड़कर सचिवालय थाने की पुलिस के हवाले कर दिया। पीड़ित प्रेमराज समस्तीपुर जिले के मोहिद्दीनगर के राजा जान गांव का रहने वाला है। प्रेमराज के भाई जय सिंह, दोस्त सुमन व अन्य पांच लड़कों से भी ठगों ने पांच लाख रुपये लिये हैं। पीड़ितों की मानें तो एक से डेढ़ सौ युवकों से माली में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की गई है।
दरअसल जय सिंह से ठगों ने 17 मई को रुपये लिये और 20 तारीख को ज्चाइनिंग लेटर भेज दिया। उसे लेकर जब वह पटना पहुंचा तो पता चला कि ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है। इसके बाद लड़कों ने रुपये देने के बहाने मुख्य आरोपित अमित को फोन किया। उसने कौशलेंद्र को भेजा, जिसे देखते ही युवकों ने पकड़ लिया और पूछताछ करने लगे। बाद में सचिवालय थाने की पुलिस पहुंची और आरोपित को थाने ले गयी। थानेदार सीपी गुप्ता के मुताबिक छानबीन की जा रही है।
विकास भवन के एक कमरे में लिया इंटरव्यू
पीड़ित युवकों ने बताया कि एक-दूसरे के माध्यम से उनकी मुलाकात अमित नाम के शख्स से हुई थी। वही सरगना है। युवकों को भरोसे में लेने के लिये अमित अक्सर विकास भवन में ही मिलता था। आगंतुक कक्ष में लगे चेयर पर उसने पीड़ित युवक प्रेमराज का इंटरव्यू तक लिया।
बीपीएससी सदस्य के आवास पर काम करने भेज दिया
आश्चर्य की बात तो यह है कि सुमन नाम के एक युवक को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देकर बीपीएससी के एक सदस्य के सरकारी आवास में माली के रूप में काम करने ठगों ने भेज दिया। फरवरी से लेकर अब तक वह माली का काम करता रहा। बाद में वहां काम कर रहे एक अन्य माली ने उसे बताया कि उसकी सरकारी नौकरी नहीं हुई है बल्कि ठेकेदार के कहने पर उसे सिखाने के लिये यहां भेजा गया था।
पुलिस पर जांच नहीं करने का लगाया आरोप
पीड़ित युवकों ने सचिवालय थाने की पुलिस पर इस मामले की गंभीरता से जांच नहीं करने का आरोप लगाया है। युवकों का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले की छानबीन करती है तो बड़े गैंग का खुलासा होगा।