बिहारशरीफ नगर निगम और हाजीपुर तथा मसौढ़ी के नगर परिषदों समेत 12 नगर निकायों को भंग कर दिया गया है। बिहारशरीफ नगर निगम में प्रशासक की कमान नालंदा के जिलाधिकारी को सौंपी गई है। बाकी सभी नगर परिषदों में भी प्रशासक की जिम्मेवारी वहां के अपर समाहर्ता को सौंपी जानी है।
इन नगर निकायों में चुनाव के बाद निर्वाचित महापौर या अध्यक्ष के प्रबंधन संभालने तक सारी शक्तियां प्रशासक में ही निहित कर दी गई हैं। सभी 12 नगर निकायों के कार्यकाल पूरा होने या क्षेत्र विस्तार के बाद गठन की अधिसूचना के छह महीने तक चुनाव नहीं होने के कारण राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है।
बिहार नगरपालिका अधिनियम की धारा 12(8) में इसका प्रावधान है। भंग किए गए सभी 12 नगर निकायों में केवल बिहारशरीफ नगर निगम है। बाकी 11 निकाय नगर परिषद हैं। इनके नाम मसौढ़ी, बक्सर, डुमरांव, हाजीपुर, शेखपुरा, बरबीघा, खगड़िया, नवादा, सीवान, बीहट और सुलतानगंज हैं। नगर परिषदों में चुनाव होने तक प्रबंधन वहां के जिलाधिकारी द्वारा अधिकृत अपर समाहर्ता के जिम्मे ही होगा।
आगे क्या होगा
– प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियां पूरी तरह से जिलाधिकारी के जिम्मे होंगी।
– राज्य सरकार जल्द से जल्द निर्वाचन कराने के लिए पहल करेगी।
क्या है बाधा
कोरोना का प्रसार एक बार फिर बढ़ने के कारण अगले कुछ महीनों में चुनाव होना मुश्किल लग रहा है।