चटपटा चनाचूर की खुशबू और स्वाद हर किसी को दीवाना कर देता है. यह स्वाद के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है. ज्यादातर लोग इसे बाजार से खरीदकर खाते हैं. प्याज, नींबू और चटपटे मसाले वाला चना जोर गरम काफी टेस्टी लगता है. इसे आप चाय के साथ भी खा सकते हैं या ईवनिंग में स्नैक्स के तौर पर भी. बाजार या ट्रेनों में आपको चनाचूर बेचने वाले लोग हमेशा मिल जाएंगे. ग्राहकों को लुभाने के लिए गाना या लटका सुनाते हैं. आज हम एक ऐसे ही चनाचूर बेचने वाले व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे है जो पिछले 23 साल से गया शहर के विभिन्न मोहल्ले में घूम-घूम कर चनाचूर बेच रहे हैं. आज गया में चना जोर गरमवाले के नाम से काफी प्रसिद्ध है.
जहानाबाद जिले के मखदुमपुर के रहने वाले संजय पंडित पिछले 23 साल से गया शहर के विभिन्न मोहल्ले में घूम-घूम कर चना जोर गरम बेच रहे हैं. रोजाना 1200 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक की आमदनी हो जाती हैं. जिसमें 700 रुपये तक की बचत हो जाती है. संजय बताते हैं कि वह साल 2000 से गया के विभिन्न मोहल्ले में चना जोर गरम बेच रहे हैं. आज गया का हर एक मोहल्ले में इन्हें लोग चना जोर गरम वाले के नाम से जानते हैं. उन दिनों 50 पैसे और 1 रुपया में चना जोर गरम बेचते थे, लेकिन आज इसका न्यूनतम रेट 10 रुपये है.
प्याज, नींबू और मसाले स्वाद को बनाते है चटपटा
गया शहर के सभी वर्ग के लोग इनके चना जोर को खूब पसंद करते हैं. इनके चना जोर में प्याज, नींबू और मसाला इसके स्वाद को और चटपटा बना देता है. संजय बताते हैं कि इनके गांव मखदुमपुर में हर घर में चना जोर गरम बनाने का काम कई साल से हो रहा है. वहां के अधिकांश लोग इस रोजगार से जुड़े हुए हैं. 23 साल से गया में चना जोर गरम बेच रहे हैं, जिस कारण उनकी काफी पहचान हो गई है. अब लोग फोन के माध्यम से भी इनका चना जोर गरम खरीदने के लिए आर्डर देते हैं.