कहते है जिंदगी उनके आगे सिर झुकाती है जो कभी हार नहीँ मानते है बिहार के गोपालगंज में जन्मी संजना राज के दिल में बचपन से ही कला की दुनियाँ में अपना नाम बनाने की चाहत ने अपना घर बना लिया था बचपन में ही लोगो को अपनी आवाज की प्रतिभा से अपना मुरीद कर लिया करती थी । संजना के गायकी की चर्चा हर तरफ होने लगी सबसे पहले उनकी माँ ने इस प्रतिभा को पहचाना और प्रोत्साहित किया वक्त के साथ साथ गायन के संग उनकी अभिनय क्षमता सबको पसंद आने लगी

संपन्न ब्रह्मण परिवार की बेटी संजना के लिये समाज की पुरानी सोच बाधक बनने लगी शुरुवात के दिनो में पिता ने पारम्परिक करियर ही अपनाने को कहा जिसके लिये संजना ने इंजिनियर की पढ़ाई भी शुरू किया लेकिन कुछ ही दिनो उनको अहसास हो गया कि उनकी दुनियाँ तो कहीँ और ही है तो अपने सपनें कि ओर फिर रुख किया इस बार माता पिता को ये विश्वास दिलाया कि यही वो दुनियाँ है जहाँ वो खुद के साथ उनका नाम भी रौशन कर सकती है । इसको एक चुनौती के रूप में लिया और खुद को निखारने में लग गयी लेकिन धीरे धीरे संजना राज को ये पता चला उन्होंने एक बहुत बड़ी मुश्किल चुनौती उन्होंने मोल ले ली है क्यूंकि ये क्षेत्र असीमित प्रतिभावान कलाकारों से भरा हुआ है और उनकी तैयारी अभी बहुत पीछे है , स्वभाव से जिद्दी संजना ने खुद को अनुशासित करते हुए हुनर कि सभी बारीकियों को सीखा ।

कला के किसी भी मंच के लिये खुद को तैयार करते हुए टेलीविजन में प्रस्तुतकर्ता के रूप में काम करना शुरू किया धीरे धीरे संजना को विभिन्न चेनेल से कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता का काम मिलने लगा अपनी ख़ूबसूरत अदा और गायकी से दर्शकों कि चहेती बन गयी बहुत जल्द ही सुपरहीट शोज में भी वो दिखने लगी और आज संजना राज टेलीविजन की दुनियाँ का जाना माना नाम है ।

अब बारी थी बड़े पर्दे पर खुद की पहचान बनाने की जो संजना के लिये सबसे बड़ी चुनौती के साथ एक अहम सपना भी था । दिल्ली की एक नामी ड्रामा अकेडमी से अभिनय की शिक्षा लेते हुए विभिन्न थियेटर शोज भी किया। बहुत जल्द ही संजना राज की दो फिल्मे रिलीज होने वाली है जिसमे दर्शको को संजना राज बड़े पर्दे पर दिखेंगी। संजना की पहली फिल्म आने वाली है ‘ लाल चुनरिया वाली पे दिल आया रे ‘ फिर ‘सैंया है अनाड़ी’ भी बहुत जल्द लोगो के सामने होगी
