यूपी सरकार ने बिहार के बालू वाहनों के प्रवेश पर नो-इंट्री लगाई

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यूपी के पूरा पूर्वांचल इलाके में बिहार के सोन नदी के बालू का ज्यादा डिमांड है जिस कारण प्रतिदिन सोन नदी के बालू का 300 से 400 ट्रक चौसा बार्डर से यूपी में जाता है। मांग और खपत अत्यधिक होने की वजह से आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, गोरखपुर, गोड्डा, फहराईच, बलिया आदि जिलों में तीस से चालिस हजार प्रति ट्रक बालू की बिक्री हो जाती है। बताया जा रहा है कि यूपी का पूरे पूर्वांचल क्षेत्र में बिहार के सोन नदी के बालू का डिमांड है।

यूपी की योगी सरकार द्वारा बिहार से बालू लेकर उत्तर प्रदेश में जानेवाले वाहनों के लिए चौसा बार्डर पर नो-इंट्री लगा दिया गया है। इससे चौसा के आसपास सैकड़ों बालू लदे ट्रक सड़क के किनारे पिछले दो दिनों से खड़े है।

बताया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश शासन द्वारा अवैध कागजातों के साथ दुसरे राज्यों से बालू लेकर आनेवाले वाहनों को राज्य में प्रवेश पर पूर्णत: पाबंदी लगा दिया गया है। इस कारण चौसा-गाजीपुर अंतर्राज्यीय बार्डर पर पिछले चालीस घंटों से यूपी में जानेवाली बालू लदे सैकड़ों वाहनें खड़ी हो गई है। चौसा से गाजीपुर को जानेवाली मुख्यमार्ग पर शुक्रवार की सुबह से हीं बालू लदे वाहनों के परिचालन पर गाजीपुर परिवहन पदाधिकारी के द्वारा नो-इंट्री लगा दिये जाने से बिहार से यूपी को जानेवाली बालू लदी ट्रकों की लंबी कतार लग गई है।

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