अरुणाचल प्रदेश में हेलिकॉप्टर क्रास होने से शहीद अनिल कुमार सिंह का शव मिलिट्री वैन से पैतृक गांव छपरा के मढ़ौरा के मुबारकपुर पहुंचा। शव पहुंचने की सूचना पर दर्जनों गांवों के लोग शहीद को देखने पहुंचे। शहीद का शव रविवार की दोपहर करीब 1:20 बजे हसनपुरा पंचायत के मुबारकपुर गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही परिजन सब्र टूट गया।
उनके रोने से पूरा माहौल कारुणिक हो गया। शव के साथ आए वायुसेना के जवान ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी और परिजनों के सलाह पर गांव के ही कब्रिस्तान में अंतिम सलामी दी। राजकीय सम्मान और 21 राउंड फायरिंग से सेना के जवानों ने शहीद को सलामी दी।
शहीद अमर कुमार सिंह के बड़े पुत्र ने मुख्याग्नि दी। इसके पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के अगवाई को लेकर मढ़ौरा पहुंचे आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, डीएम हरिहर प्रसाद, एसपी हरकिशोर राय, एसडीओ संजय कुमार राय, एसएसपी अशोक कुमार सिंह सिंह, जिला पार्षद अध्यक्ष मीना अरुण ने शहीद श्रद्धांजलि दी।
शहीद अनिल कुमार सिंह के अंतिम संस्कार तक स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रुड़ी के अमनौर में होने और मढ़ौरा नहीं पहुंचने को लेकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीण एनएच पर चले आए और सड़क जाम कर दिया। ग्रामीणों ने सांसद के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसकी सूचना मिलते ही सांसद राजीव प्रताप रुड़ी भागवत कथा को छोड़ मुबारकपुर पहुंचे।
वायुसेना के मास्टर वॉरंट ऑफिसर एके सिंह के अंतिम संस्कार में प्रशासन ने बेरुखी दिखाई। इलाके के लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने कोई मदद नहीं दी। उनके बेटे ने कहा, “हमें पार्थिव शरीर निजी गाड़ी में लाना पड़ा। प्रशासन की तरफ से कोई नहीं आया। मेरे पिता की शहादत का अपमान किया है।’