बिहार के सीतामढ़ी में सब्जी की खेती करने वाले किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं. कुछ किसान ऐसे भी है जो खेती किसानी करने वालों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं. इसी कड़ी में किसान ललन कुमार की मेहनत और प्रयास से कमलदह गांव में फूल और सब्जियों की खेती बढ़ रही है.
ललन के पास 2.5 एकड़ खेती योग्य भूमि. जिसमें गेंदा, परवल, बैगन और गोभी की खेती कर रहे हैं. फूल और सब्जी की खेती से ललन रोजाना 4 हजार तक की कमाई कर ले रहे हैं. साथी खेती को लगातार विस्तार देने में लगे हुए हैं. ललन ने खेती को विस्तार देते हुए अब एक बीघा में गोभी लगाने का निर्णय लिया है. ललन से प्रेरित कमलदह गांव के किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर अब सब्जी की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.
पारंपरिक खेती में लगातार हो रहा था नुकसान
ललन कुमार ने बताया कि कई वर्षों से मौसम का साथ नहीं मिल पा रहा है. बारिश कम होने की वजह से धान की खेती प्रभावित होती रही. जिससे धान की उपज सही से नहीं हो पा रहा था और मुनाफा नहीं के बराबर होने लगा था.यहां तक कि इलाके के किसानों को नुकसान का ही सामना करना पड़ रहा था. इसलिए बेहद कम उम्र में यह भांप लिया कि पारंपरिक खेती में कोई फायदा नहीं होने वाला है.
पढ़ाई में मन न लगने के कारण महज 14 वर्ष की उम्र में हीं खेती-बाड़ी में ऊतर गए और वर्तमान समय में एक सफल किसान के तौर पर 10 कट्ठे में गेंदा फूल और 2 बीघा से अधिक जमीन में सब्जी की खेती कर रहे है.
सब्जी और फूलों से रोजाना 4 हाजर तक की हो जाती है कमाई
ललन कुमार ने बताया किवर्तमान में परवल, गोभी, बैगन, बोरों और घीया की खेती कर रहे है. ललन ने बताया कि थोक में हीं सब्जी की बिक्री करते हैं. इसलिए खेत में उपजा हुआ सब्जी और फूल भी व्यापारियों को हीं देते है. व्यापारी खेत पर ही आकर सब्जी और फूल ले जाते हैं. ललन ने बताया कि प्रतिदिन 50 किलो के आस-पास परवल खेत से निकल रहा है. इसके अलावा हर दूसरे दिन 50 किलो तक बैगन खेत से निकलता है.
वहीं घीया और बोरों भी खेत से निकल रहा है. लेकिन उन्होने बताया की ज्यादा कमाई परवल, बैगन और फूल की खेती से हो रही है. उन्होंने बताया कि परवल से प्रतिदिन 1500 से 2 हजार तक कमाई हो जाती है. वहीं हर दूसरे दिन बैगन सभी 2 हजार की कमाई हो जाती है. इसके अलावा अन्य सब्जी और फूल से 1 हजार की कमाई होती है. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 4 हजार तक की कमाई हो जाती है.